जबलपुर, डेस्क रिपोर्ट। अपना वेतन कटवा कर नजीर पेश करने वाले जबलपुर कलेक्टर कर्मवीर शर्मा एक बार फिर सुर्खियों में है, हालांकि इस बार मामला अलग है, इस बार वह चर्चा में है अपने बंगले के बिजली बिल को लेकर, उनके बंगले का बिजली कनेक्शन पूर्व कलेक्टर भरत यादव के नाम पर है और उस पर एक लाख 33 हजार रुपए बकाया हैं। इसके बावजूद बिल का भुगतान नहीं किया जा रहा है। बिजली विभाग के रिकॉर्ड के मुताबिक कलेक्टर कर्मवीर शर्मा के बंगले का बिजली बिल आखिरी बार दिसंबर 2019 में जमा हुआ था। तब 15 हजार 285 रुपए का भुगतान किया गया था। इसके बाद से अब तक बिजली बिल का भुगतान नहीं किया गया। दो साल का बिल एक लाख 32 हजार 280 रुपए हो चुका है। 24 जनवरी तक बिल जमा नहीं करने पर 1654 रुपए लेट पेमेंट भी जुड़ जाएगा।
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नियम की अगर बात की जाए तो जैसे ही कलेक्टर बंगले में नया अधिकारी आता है उसके नाम पर ही इस बंगले में बिजली का मीटर परिवर्तित हो जाता है, शासन की ओर से कलेक्टर को बंगला अलॉट किया जाता है। लेकिन पूर्व कलेक्टर भरत यादव के जबलपुर से स्थानातरित होने के बाद कलेक्टर कर्मवीर शर्मा जबलपुर कलेक्टर के पद पर पदस्थ होकर आयें, नियमानुसार कलेक्टर बंगले के बिल में वर्तमान कलेक्टर का नाम आना चाहिए था लेकिन अभी भी बंगले में लगे बिजली मीटर का बिल पूर्व कलेक्टर भरत यादव के नाम का आ रहा हैं। आम लोगों की बकाया पर बिजली काटने वाली बिजली कंपनी कलेक्टर के बंगले की बिजली काटने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही है। सी एम हेल्पलाइन में हुई शिकायत में देरी के बावजूद अपना ही वेतन काटने वाले कलेक्टर कर्मवीर शर्मा अब फिर क्या एक्शन लेंगे।