संदीप कुमार, जबलपुर। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व मंडल अध्यक्ष सनी सोनकर ने सोशल मीडिया के माध्यम से खुली चुनौती दी है कि अगर कल तक कोतवाली थाना प्रभारी अनिल गुप्ता का तबादला नहीं हुआ तो वह पार्टी से इस्तीफा दे देंगे। यह चुनौती सोशल मीडिया के द्वारा दिया गया है जिसके बाद से भाजपा ग्रुप पार्टी के नेताओं में हड़कंप मच गया है।
सड़क किनारे खड़ी थी भाजपा नेता की गाड़ी
अनुसूचित जाति मोर्चा के पूर्व मंडल अध्यक्ष सनी सोनकर ने बताया कि दमोह नाका चौराहा के पास उनकी टू व्हीलर गाड़ी सड़क किनारे खड़ी थी और वह अपने साथी युवा मोर्चा के नेता दीपक और मंडल मंत्री नरेंद्र कोस्टा के साथ खड़े हुए थे। इसी दौरान थाना प्रभारी अनिल गुप्ता अपने बल के साथ पहुंचकर पूछी यह गाडी किसकी है। गाड़ी सनी सोनकर की है बताने पर थाना प्रभारी अनिल गुप्ता उनकी गाड़ी थाने ले गए।
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मैं चोर बदमाश य तस्कर नहीं हूं टीआई साहब
सनी सोनकर ने बताया कि वह भाजपा नेता है और एक व्यापारी हैं। इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि मैं चोर बदमाश या तस्कर नहीं हूं जो आप इस तरह से मुझसे बर्ताव कर रहे हैं और मेरी गाड़ी लेकर जा रहे हैं। इतना बोलने के बावजूद भी थाना प्रभारी अनिल गुप्ता ने उनकी एक न सुनी और गाड़ी लेकर थाने आ गए, हालांकि जब सनी सोनकर ने अपने वरिष्ठ नेताओं को बताया तो आनन-फानन में थाने से उनकी गाड़ी छोड़ दी गई।
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कल की डेट में अनिल गुप्ता का तबादला नहीं तो पार्टी से इस्तीफा
भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जाति मोर्चा के पूर्व मंडल अध्यक्ष सनी सोनकर ने सोशल मीडिया में अपनी व्यथा बताई और लिखा कि अगर कल की डेट में थाना प्रभारी कोतवाली अनिल गुप्ता का तबादला नहीं हुआ तो वह भारतीय जनता पार्टी से इस्तीफा दे देंगे। इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि अनिल गुप्ता की दबंगई इन दिनों चरम सीमा पर है और वह अपने आप को सिंघम समझते हैं।
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पहले भी रहे हैं विवादों में टीआई अनिल गुप्ता
ऐसा नहीं है थाना प्रभारी अनिल गुप्ता के खिलाफ यह पहली शिकायत हुई हो इससे पहले भी स्थानीय व्यापारियों ने थाना प्रभारी को हटाने की मांग की थी, इतना ही नहीं कांग्रेस विधायक विनय सक्सेना ने भी अनिल गुप्ता के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। लेकिन बाद में समझाइश और सुलह के बाद मामला शांत हो गया। लेकिन इस बार एक भाजपा नेता ने सोशल मीडिया के माध्यम से खुली चुनौती अपनी पार्टी और पुलिस प्रशासन को दी है, बहरहाल अब देखना यह होगा कि भाजपा नेता की यह चुनौती कितनी कारगर साबित होती है।