जबलपुर, संदीप कुमार। जबलपुर में शनिवार को स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते एक व्यक्ति की जान चली गई, घटना रांझी सिविल अस्पताल की है जहां पर की 50 वर्षीय व्यक्ति को समय पर इलाज नहीं मिला और आखिरकार उसकी मौत हो गई, इधर व्यक्ति की मौत के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया।
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बताया जा रहा है जिस समय राजेश को इलाज के लिए रांझी सिविल अस्पताल लाया गया था उस दौरान डॉक्टर मौजूद नहीं था, इतना ही नहीं अस्पताल में तैनात नर्सों ने भी उनका इलाज करने से मना कर दिया जिसके चलते राजेश आधे घंटे तक स्ट्रेचर पर ही तड़पता रहा और उसके बाद उसकी मौत हो गई, इधर मरीज की बाद मौत के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया, परिजनों का आरोप है कि ड्यूटी के दौरान डॉक्टर तैनात नहीं था इतना ही नहीं नर्सों ने भी उसका इलाज करने की जहमत नहीं उठाई, जिसके चलते उसकी मौत हो गई, घटना की सूचना मिलते ही मौके पर रांझी थाना पुलिस पहुँच गई जो कि आक्रोशित लोगों को समझाने में जुटी रही।
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स्थानीय लोगों का आरोप है कि 2 से ढाई लाख की आबादी होने के बावजूद भी रांझी सिविल अस्पताल में डॉक्टरों की हमेशा से ही कमी बनी रहती है इतना ही नहीं यहां पर इलाज करवाने आने वाले मरीजों के साथ स्टाफ बदसलूकी करता है,रांझी सिविल अस्पताल प्रभारी डॉ राजेश राज पर स्थानीय लोगों ने गंभीर आरोप लगाए हैं हालांकि डॉ राजेश राज का कहना है कि अभी कुछ माह पहले ही यहां पर उनकी पोस्टिंग हुई है और रांझी सिविल अस्पताल में डॉक्टरों की हमेशा से ही कमी रही है, डॉक्टर राजेश राज का कहना है कि हाल ही में दो डॉक्टर जो की पदस्थ थे उन्होंने रिजाइन कर दिया जबकि एक डॉक्टर का यहां से अन्य जगह ट्रांसफर कर दिया, आज हुए इस घटनाक्रम में एक व्यक्ति की जान चली गई बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों ने इस मामले में किसी भी तरह की सुध नहीं ली, हालांकि रांझी थाना पुलिस का कहना है कि परिजनों की शिकायत के बाद दोषियों के खिलाफ जरूर कार्रवाई की जाएगी,बहरहाल आज की हुई इस घटना के बाद से प्रदेश सरकार की स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर पोल खुल गई है क्योंकि अगर समय रहते राजेश को इलाज मिल जाता तो आज वह जीवित अपने परिजनों के साथ खड़ा दिखाई देता।