जबलपुर में जीआरपी ने 80 मोबाइल और लैपटॉप के साथ आरोपी को किया गिरफ्तार, करीब ढाई लाख रुपए बताई जा रही कीमत

जबलपुर में जीआरपी ने कटनी से जबलपुर स्टेशन पहुंचे एक युवक की तलाशी ली। जिसके बैग से 80 मोबाइल और 2 लैपटॉप बरामद हुए। जीआरपी ने तत्काल प्रभाव से युवक को गिरफ्तार कर सामान को जब्त कर लिया।

Shashank Baranwal
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Jabalpur

Jabalpur News: मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में जीआरपी की तरफ से बड़ी कार्रवाई की गई है। जहां जीआरपी पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। जिसके पास करीब ढाई लाख रुपए के मोबाइल और लैपटॉप बरामद हुई। बता दें आरोपी कटनी का निवासी का रहने वाला है।

ये है पूरा मामला

जीआरपी पुलिस द्वारा पकड़े गए युवक का नाम राम डूडानी है। शुक्रवार को जब युवक कटनी से जबलपुर रेलवे स्टेशन पहुंचा तभी जीआरपी की टीम ने उसे संदिग्ध मानते हुए उसे हिरासत में ले ली। वहीं जब उसके दोनों बैग की तलाशी ली गई तो बैग में 80 मोबाइल और 2 लैपटॉप रखे हुए थे। जीआरपी ने मोबाइल और लैपटॉप से संबंधित जब युवक से दस्तावेज मांगे तो वह नहीं दे पाया। लिहाजा पुलिस ने मोबाइल और लैपटॉप जब्त करते हुए आरोपी को हिरासत में ले लिया। जीआरपी थाना प्रभारी बलराम यादव का कहना है कि अभी तक की पूछताछ में आरोपी युवकर ने बताया है कि वह कटनी का रहने वाला है और जबलपुर के व्यापारियों को यह माल देने आया था। राम ने जीआरपी को यह भी बताया कि यह मोबाइल उसे कटनी निवासी एक व्यक्ति ने जबलपुर में बेचने के लिए दिए थे। बहरहाल जीआरपी पुलिस ने युवक को हिरासत में लेकर अब उस व्यक्ति की तलाश शुरू कर दी है जिसने की राम को यह मोबाइल और लैपटॉप जबलपुर में बेचने के लिए दिए थे।

जबलपुर से संदीप कुमार की रिपोर्ट


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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