जबलपुर, संदीप कुमार। मेडिकल कॉलेज के सर्जरी विभाग में पदस्थ डॉक्टर ने अपने घर में गला काटकर आत्महत्या कर ली। घटना उस समय की है जब डॉक्टर की पत्नी घर से बाहर थी जबकि बच्चे घर पर ही पढ़ रहे थे। मृतक डॉक्टर का नाम विनोद विश्वकर्मा है जो मूलतः अशोकनगर के रहने वाले थे। डॉक्टर के आत्महत्या करने का कारण अभी अज्ञात बताया जा रहा है।
किराए के मकान में रहते थे, बाथरूम में की आत्महत्या
जानकारी के मुताबिक डॉ विनोद विश्वकर्मा मेडिकल कॉलेज में सर्जरी विभाग में पदस्थ थे। जबकि उनकी पत्नी ममता विश्वकर्मा जिला अस्पताल में पोस्टेड थीं। बताया जा रहा है घटना के समय घर पर डॉक्टर विनोद विश्वकर्मा और उनके बच्चे थे जबकि पत्नी ममता विश्वकर्मा घर से बाहर थी।
सर्जरी नाइफ से काटी गर्दन
डॉक्टर विनोद विश्वकर्मा सर्जरी विभाग में पदस्थ थे। वे दोपहर को बाथरूम में गए और अंदर से दरवाजा बंद कर लिया। बच्चों ने सोचा पापा बाथरूम में हैं। कुछ देर बाद विनोद की पत्नी ममता घर आई तो बच्चों ने बताया कि पापा बहुत देर से बाथरूम में है। बाद में जब पत्नी ने पीछे से जाकर देखा तो डॉक्टर विनोद मृत अवस्था मे पड़े हुए थे और पूरे बाथरूम में खून फैला हुआ था।
सूचना पर पहुँची संजीवनी नगर थाना पुलिस
डॉक्टर की मौत की खबर जैसे ही उनके विभाग में पहुँची तो अन्य डॉक्टर उनके घर आ गए। वहीं संजीवनी नगर थाना प्रभारी भूमेश्वरी चौहान एफएसएल की टीम के साथ पहुँची।पुलिस के मुताबिक डॉक्टर ने लेफ्ट साइड में सर्जरी ब्लेड से गला काटकर आत्महत्या की है। हालांकि डॉक्टर में आत्महत्या क्यों की, ये अभी सभी के लिए पहेली बनी हुई है।
पुलिस जाँच में होगा अब खुलासा
सूचना के बाद मौके पर पहुँची संजीवनी नगर थाना पुलिस और एफएसएल की टीम ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज भेज जाँच शुरू कर दी है। मूलतः अशोकनगर के रहने वाले डॉक्टर विनोद विश्वकर्मा कुछ ही साल पहले जबलपुर आए थे और अपनी पत्नी बच्चो के साथ किराए के मकान में धनवंतरि नगर में रह रहे थे।