शादी के बाद बच्चे नहीं हुए तो दूसरी शादी करने के लिए पति ने पत्नी को उतारा मौत के घाट, नदी में फेंका शव, दोनों आरोपी गिरफ्तार

पीएम रिपोर्ट जब पुलिस को मिली तो खुलासा हुआ कि हत्या करने के बाद उसके शव को नदी में फेंका गया था। फिलहाल पुलिस ने दोनों को गिरफ़्तार कर लिया है।

Amit Sengar
Published on -
Jabalpur Belkheda Police Station

Jabalpur News : जबलपुर के बेलखेड़ा थाना अंतर्गत ग्राम पथरिया में रहने वाले चैन सिंह नाम के व्यक्ति ने अपनी पत्नी की पहले गला दबाकर हत्या की और फिर अपने पिता के साथ मिलकर शव को हिरन नदी में फेंक दिया और फिर अगले दिन थाने जाकर बताया कि उसकी पति उसकी पत्नी कहीं चली गई है। पति की शिकायत के बाद बेलखेड़ा थाना पुलिस ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर महिला की तलाश शुरू कर दी।

घटना 29 अक्टूबर की बताई जा रही है। पुलिस लापता महिला रजनी सिंह की तलाश कर रही थी, इसी दौरान 2 नवंबर को गांव से करीब 3 किलोमीटर दूर हिरण नदी में महिला का शव पानी में तैरते हुए मिला।स्थानीय ग्रामीणों ने बेलखेड़ा थाना पुलिस को घटना की जानकारी दी जिसके बाद मौके पर पहुंची थाना प्रभारी सरोजिनी टोप्पो ने शव का पंचनामा करवाया और पोस्टमार्टम के लिए बॉडी को मेडिकल कॉलेज भिजवाए। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि महिला को नदी में फेंकने से पहले ही गला दबाकर उसकी हत्या कर दी गई थी।

पति और पिता गिरफ्तार

पुलिस ने गंभीरता से जब इस पूरे मामले की जांच की तब पता चला कि रजनी की हत्या और किसी ने नहीं बल्कि उसके ही पति चैन सिंह और ससुर मुन्ना सिंह ने की थी। बताया जा रहा है की चेन सिंह और रजनी की शादी हुई करीब 10 साल हो गए थे उन्हें बच्चे नहीं हो रहे थे जिसके चलते चैन सिंह दोबारा शादी करना चाहता था लेकिन रजनी इसके लिए तैयार नहीं थी यही वजह है की चेन सिंह ने रजनी की हत्या करने का प्लान अपने पिता मुन्ना सिंह के साथ बनाया और फिर 28 अक्टूबर की रात को रजनीकांत गला दबाकर पहले तो हत्या की गई और फिर शव को बाइक में रखकर गांव से करीब 3 किलोमीटर दूर है नदी में जाकर फेंक दिया गया। बेलखेड़ा थाना पुलिस ने आरोपी चैन सिंह और उसके पिता मुन्ना सिंह को गिरफ्तार कर लिया है।
जबलपुर से संदीप कुमार की रिपोर्ट


About Author
Amit Sengar

Amit Sengar

मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

Other Latest News