जबलपुर पुलिस ने गुम हुए मोबाइल के मालिकों को किया वापस

Amit Sengar
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जबलपुर, संदीप कुमार। साल के अंतिम दिन जबलपुर पुलिस ने 111 लोगों के चहेरे में मुस्कान ला दी है बता दें कि यह मुस्कान उनके गुम हुए मोबाइल मिलने से आई है क्योंकि इन लोगों के मोबाइल किसी न किसी तरह गुम हो गए थे जो आज पुलिस ने उनको तलाश कर वापस कर दिए हैं।

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हम आपको बता दें कि साल 2021 के पांचवें चरण में शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक जबलपुर सिद्धार्थ बहुगुणा द्वारा सायबर सेल के द्वारा तलाशे गये 111 गुम मोबाईलों को जिनकी अनुमानित कीमत लगभग 14 लाख रूपये है उसे वापस किये गये, दरअसल साल 2021 के पांच चरणों में गुमे हुये कुल 611 मोबाईल जिनकी अनुमानित कीमत 76 लाख 58 हजार रूपये है उसे सायबर सेल की टीम के द्वारा तलाशने का काम किया गया हैं,आज पुलिस कंट्रोल रूम में पुलिस अधीक्षक जबलपुर सिद्धार्थ बहुगुणा के द्वारा मोबाईल धारकों को वापस किये गये, इसके अतिरिक्त जबलपुर जिला अंतर्गत प्राप्त विभिन्न सायबर फ्राॅड से संबंधित शिकायतो में विगत दो माह मे 2,70,491 रूपये तथा वर्ष 2021 मे कुल 36 लाख 06 हजार 610 रूपये आवेदको को वापस कराये गये, पुलिस अधीक्षक जबलपुर सिद्धार्थ बहुगुणा ने आम नागरिकों से अपील की है कि गुम हुए मोबाईल की शिकायत संबंधित थाने में करते हुए उस शिकायत की छाया प्रति एवं मोबाईल बिल की छायाप्रति को सायबर सेल जबलपुर के हैल्प लाईन नम्बर 7587616100 पर भेजें ताकि गुम हुए मोबाईल का शीघ्रता से पता करवाया जा सके।

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इस कार्रवाई में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर दक्षिण अपराध गोेपाल प्रसाद खाण्डेल तथा प्रभारी सायबर सेल उप पुलिस अधीक्षक पंकज मिश्रा के मार्ग निर्देशन में गुम हुए मोबाईल की तलाश करने में सायबर सेल के प्रधान आरक्षक राजेश शर्मा, आरक्षक अमित पटेल, नितिन जोेशी, राजा मिश्रा, आदित्य परस्ते, चन्द्रिका पडवार, दुर्गेश दुबे, सौरभ शुक्ला, नवनीत चक्रवर्ती, अभिषेक मिश्रा, भगवान सिंह, अभिदीप भट्टाचार्य, कृष्ण चंद्र तिवारी, दीपक मिश्रा, दीपक राजपूत, अरविन्द सूर्यवंशी की सराहनीय भूमिका रही हैं।


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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