जबलपुर में निजी कंपनी द्वारा बनाई गई बैरल की टेस्टिंग का विरोध

जबलपुर, संदीप कुमार। सेना की लॉन्ग प्रूफ रेंज में एक निजी कंपनी की आर्टिलरी गन को परीक्षण के लिए लाया गया है, जिसका विरोध तेज हो गया है। भारत फोर्स लिमिटेड द्वारा बनाई गई 155 एमएम की इस एडवांस टोड आर्टिलरी गन में बीते दिनों राजस्थान की पोकरण रेंज में परीक्षण के दौरान विस्फोट हो गया था, जिसमें गन का बैरल फटने से 3 सैन्य अधिकारी बुरी तरह घायल हो गए थे।

कर्मचारी संघों ने इस गन को फिर से परीक्षण के लिए जबलपुर लाए जाने का ये कहते हुए विरोध किया है कि ये पूरी कवायद निजी कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए की जा रही है। ऑल इंडिया डिफेंस वर्कर फेडरेशन के मुताबिक जब किसी आर्म्स या एम्युनेशन के परीक्षण में कोई हादसा होता है तो पहले उसकी जांच करवाई जाती है, जिसके बाद ही उस आर्म्स या एम्युनेशन का फायरिंग टेस्ट किया जाता है।

फेडरेशन ने आरोप लगाया है कि निजी कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए इस प्रक्रिया को दरकिनार किया जा रहा है और गन को फिर से फायरिंग टेस्ट में पास करवाने के लिए जबलपुर की लॉन्ग प्रूफ रेंज लाया गया है। ऑल इंडिया डिफेंस वर्कर फेडरेशन ने इस गन के परीक्षण से कर्मचारियों और सिविलियन्स का जीवन जोखिम में आने की बात की है और निजी कंपनी की गन टेस्टिंग प्रक्रिया को रोकने की मांग की है।


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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