MP News: प्रदेश के 5 रेलवे वेटिंग रूम का हुआ निजीकरण, अब रुकने के लिए चुकानी होगी इतनी कीमत

Manisha Kumari Pandey
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जबलपुर, डेस्क रिपोर्ट। जबलपुर मंडल के अंदर आने वाले 5 रेलवे स्टेशन के प्रतीक्षालयों (Waiting room) का निजीकरण कर दिया गया है। अब इसकी देखरेख और सारी व्यवस्था निजी कंपनियों द्वारा संभाला जाएगा। सूत्रों के मुताबिक करीब 5 साल के लिए रिनोवेशन, ऑपरेशन, मेंटेनेंस और ट्रांसफर पॉलिसी के तहत जबलपुर मंडल ने लगभग 2 करोड़ रुपए में पांच रेलवे स्टेशनों के यात्री प्रतीक्षालय को निजी कंपनियों के हाथों सौंप दिया है, इसका मुख्य उद्देश्य कमाई करना है।

यह स्टेशन हैं शामिल

इस लिस्ट में जबलपुर प्रमुख स्टेशन, मैहर, सतना, कटनी मुरवारा और रीवा शामिल है। पश्चिम मध्य रेलवे (West Central Railway) लगातार आर्थिक कमाई बढ़ाने के लिए काम कर रहा है, जिसके लिए अब यात्री वेटिंग रूम को निजी कंपनियों के हाथों सौंप दिया गया है। उम्मीद है कि निजीकरण के बाद इन वेटिंग रूम की सुविधाओं में भी सुधार किया जाएगा।

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प्रति घंटे के लिए करना होगा इतना भुगतान

तो यदि आप सोच रहे हैं कि आप रेलवे स्टेशन के वेटिंग रूम में फ्री में रुक सकते हैं, तो आप यह गलत सोच रहे हैं। अब आपको यहां रुकने के लिए ₹10 प्रति घंटे का भुगतान करना होगा। हालांकि ऐसी सुविधा बड़े शहरों जैसे कि दिल्ली और मुंबई में नजर आ सकती है, जिसे अब मध्यप्रदेश में भी लागू किया जा रहा है। इन वेटिंग रूम में एसी, जैगुआर युक्त बाथरूम और अन्य कई फैसिलिटी भी दी जाएगी। साथ ही आम वेटिंग रूम में भीड़ भाड़, गर्मी और गंदगी की परेशानी होती है, उसका भी समाधान शायद निजीकरण के बाद हो पाए। इसलिए यात्रियों को सीट भी सुनिश्चित करवाई जाएगी और सफाई को लेकर भी खास ख्याल रखा जाएगा।


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