जबलपुर, संदीप कुमार। जबलपुर (Jabalpur) में गन कैरिज फैक्टरी से सेवानिवृत्त कर्मचारी 65 वर्षीय रामदास कठेरिया की हत्या करने वाले आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। अंधे हत्याकांड में शामिल आरोपी एवं एक अपचारी बालक को अधारताल पुलिस हिरासत में लेकर विस्तृत पूछताछ कर रही है।
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48 घंटे में हत्याकांड का खुलासा
पुलिस में इस हत्या का खुलासा 48 घंटे में कर दिया। मामले की प्राथमिक पूछताछ में यह बात सामने आई है कि मृतक रामदास बीते 4-5 साल से आरोपी के साथ अनैतिक शरीरिक संबंध बना रहे थे। रुपयों का लालच देकर बच्चों के साथ अनैतिक शरीरिक रिलेशन बना रहे कठेरिया को अहसास भी नहीं रहा होगा कि एक दिन यही बच्चे बड़े होकर अपने साथ हुई घिनौंनी हरकत का बदला हत्या कर लेंगे।
कई सालों से कर रहा था शोषण
पुलिस गिरफ्त में आए आरोपी 19 वर्षीय युवक एवं एक नाबालिग अपचारी बालक ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि रामदास कठेरिया उनके साथ बीते कई साल से गलत कार्य कर रहा था। कुछ दिनों से संजू अनाकानी कर गलत कार्य का विरोध करने लगा था। 12 जुलाई को युवक अपने नाबालिग दोस्त के साथ रामदास के घर पहुंचा। नाबालिग लड़का भी रामदास से परेशान था। दोनों घर पहुंचे तो रामदास ने उन्हें रुपयों का प्रलोभन दिया, लेकिन दोनों दोस्तों ने रुपए लेने से इंकार करते हुए किसी भी तरह का गलत कार्य करने से मना कर दिया। जिसके बाद रामदास ने पूछा ऐसा क्यों, तो युवक ने जवाब दिया कि अब हम बड़े हो गए हैं, हम भी एक लड़की से प्यार करते हैं। और अब तुम्हारे साथ किसी भी प्रकार का संपर्क या संबंध हम लोग नहीं रखेंगे। जिसके बाद गुस्साए रामदास के द्वारा थप्पड़ मारने एवं गाली देने के बाद युवक और उसका नाबालिग दोस्त रामदास पर टूट पड़े।
लोवर के नाडे़ से घोंटा गला
रामदास से हुई झूमाझटकी के बीच 19 वर्षीय युवक अपने पहने हुए लोवर का नाड़ा निकालकर रामदास के गले में लपेटकर खींच दिया। जिससे रामदास अचेत होकर जमीन में गिर गया। गला घौंटकर रामदास की हत्या कर युवक अपने साथी के साथ घर चला गया।
यह था घटनाक्रम
जीसीएफ से रिटायर्ड 65 वर्षीय रामदास कठेरिया शारदा नगर स्थित मकान में रहते थे। 12 जुलाई की शाम रामदास कठेरिया की बहन उनके घर पहुंची तो देखा कि भाई अचेत पड़े हुए हैं। बहन अपने भाई को एम्बूलेंस से लेकर अस्पताल पहुंची, जहां डाक्टरों ने रामदास को मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने हत्या की आशंका जताई थी जिसके बाद पुलिस जाँच कर रही थी। और अंधे कत्ल का खुलासा करने के लिए पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा के निर्देश पर जुटी अधारताल पुलिस 48 घंटे में हत्याकांड का खुलासा कर दिया। हत्याकांड का खुलासा करने में अधारताल पुलिस की अहम भूमिका रही है।