Tue, Dec 23, 2025

सिद्धांत को सलाम ; सिलक्यारा टनल में फंसे श्रमिकों को बाहर निकालने में निभाई महत्वपूर्ण भूमिका, पिता ने कहा- शहर गौरवान्वित हुआ

Written by:Amit Sengar
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सिद्धांत को सलाम ; सिलक्यारा टनल में फंसे श्रमिकों को बाहर निकालने में निभाई महत्वपूर्ण भूमिका, पिता ने कहा- शहर गौरवान्वित हुआ

Jabalpur News : उत्तराखंड के सिलक्यांरा सुरंग में पिछले 17 दिन से फंसे 41 मजदूरों को 28 नवम्बर को सकुशल बाहर निकाल लिया गया है। सुरंग से मजदूरों को बाहर निकालने में जबलपुर के सिद्धांत पॉल की अहम् भूमिका रही है। सिद्धांत पॉल आईपीजी फोटोनिक्स इंडिया प्राईवेट लिमिटेडग्रेटर नोएडा कम्पनी में सीनियर सर्विस इंजिनियर के पद पर पिछले 10 वर्षों से कार्यरत है।

शहर हुआ गौरवान्वित

प्रधानमंत्री कार्यालय के विशेष आव्हान पर सिद्धांत पॉल अपने साथियों के लेजर मशीन लेकर उत्तराखंड पहुंचे थे। सिंद्धांत पॉल और उनकी टीम ने आठ घंटे में 66 मीटर लम्बी सुरंग में आगर मशीन के ट्रेट ब्लेड को लेजर कटिंग के माध्यम से काटकर मजदूरों को बाहर निकालने में अहम् भूमिका निभाई है। सिद्धांत पॉल के माता पिता ने जब अपने बेटे का मीडिया में इंटरव्यू देखा तो वो बहुत ही खुश हुए। सिद्धांत के माता पिता के साथ-साथ समाज और जबलपुर शहर भी गौरवान्वित हुआ है। सिद्धांत के पिता समीर बरन और माता शर्मीला पॉल के बड़े बेटे है।

आपको बता दें कि 12 नवम्बर को उत्तराखंड के चारधाम यात्रा मार्ग पर निर्माणाधीन साढ़े चार किलोमीटर लम्बी सिलक्यारा-बड़कोट सुरंग का एक हिस्सा ढहने से सुरंग में 41 मजदूर फंस गए थे। 28 नवम्बर को सुरंग में फंसे मजदूरों को मलबे में ड्रिल करके 800 MM के पाईपों के माध्यम से बाहर निकाला गया है।
जबलपुर से संदीप कुमार की रिपोर्ट