जबलपुर। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद अब राजनीति के पंडित गुणा भाग करने में जुट गए हैं। लेकिन इस बीच सट्टा बाजार ने प्रदेश की फिजा का तापमान गरमा दिया है। इंदौर में सट्टा बाजार के हिसाब से कांग्रेस सरकार बनाने में आगे चल रही है। जिसके बाद प्रदेश की सियासत में खलबली मच गई है। एक ओर भाजपा इन दावों को खारिज कर रही तो वहीं कांग्रेसी नेता इस बार बदलाव की बात करते दिखाई दे रहे हैं। अब जबलपुर में भी सट्टा बाजार ने भाजपा की कई सीटों पर नुकसान की आशंका जताई है। शहर की आठ सीटों पर बदलाव के संकेत दिए हैं। खतरे में जाती दिखाई दे रही सीटों को देखते हुए सटोरियों ने अपने रेट खोल दिए है।
प्रदेश में इस बार जमकर मतदान किया गया है। जिसे देखते हुए कोई भी यह विश्लेषण नहीं कर पा रहा है ये बदलाव का मतदान है या फिर वर्तमान सरकार के कामों से खुश हुए लोगों का। नतीजा तो 11 दिसंबर को आएगा लेकिन जबलपुर में भाजपा के समीकरण बिगड़ते देख अब सट्टा बाजार में भी उठापटक होना शुरू हो गई है। सटोरियों ने जबलपुर में भी प्रत्याशियों की जीत हार पर आंकड़े खोल दिए है, इन आंकड़ों को सच मानकर प्रत्याशियों को समर्थकों ने जीत की बधाईया देना तक शुरु कर दिया है। जबलपुर में भी कांग्रेस काफी आगे दिखाई दे रही है, खासतौर पर दो सीटों को लेकर तो सट्टा बाजार ने सनसनी मचा दी है, जिसमें एक सीट पर भाजपा को तीसरी पोजीशन पर लाकर खड़ा कर दिया है। सटोरियों का यह मानना है कि इन दोनों सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशी कांटे की टक्कर दे रहे है, जो परिणाम बदलने तक की ताकत रखते है।
जबलपुर में इन सीटों पर हो रहा बदलाव-
ख़बरों की माने तो जबलपुर की आठ विधानसभा सीटों को लेकर सट्टा बाजार में खुले आंकड़ों के अनुसार दो से तीन सीटों पर भाजपा के काबिज होने की बात सामने आई है तो वहीं कांग्रेस का दो से बढ़कर इस बात 5 से 6 तक पहुंच रहा है, यह आंकड़ा खुलने के बाद कांग्रेस के प्रत्याशियों से लेकर नेताओं व कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है, वहीं सटोरिए इस बात को भी इंकार नहीं है कि दो सीटों पर निर्दलीय भी समीकरण बिगाडऩे की ताकत रखते है।
ऐसा खुला है रेट-
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाने पर सट्टा खेलने वालों के लिए भाव एक रुपए चल रहा है। जबकि भाजपा पर 1 रुपए 10 पैसे का भाव मिल रहा है। प्रदेश में बहुमत का आकड़ा 116 का है। अगर कांग्रेस इस आकड़े को छूने में कामयाब होती है तो सटोरिए जीतने वाले को एक रूपए 70 पैसे के हिसाब से रकम देंगे। अगर भाजपा बहुमत का आंकड़ा पाती है तो बुकी दो रूपए 15 पैसे देंगे. इस तरह भाजपा के लिए खतरे की घंटी बज रही है| भाव ज्यादा होने से उसकी हार का डर बना है| जिसका भाव कम होता है उस पर ज्यादा लोग बेटिंग करते हैं। क्यूंकि जिसके जितनी की संभावना होती है उसी पर दांव लगता है, और बुकी उस पर कम रेट देते हैं|