जबलपुर, संदीप कुमार। कोरोना संक्रमण के बीच बुधवार को रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में हुए दीक्षांत समारोह में शामिल होने आए कई छात्रों के कोरोना पॉजिटिव निकलने के बाद से अब हड़कंप मचा हुआ है, उपस्थित छात्रों के दीक्षांत समारोह में शामिल होने पर अब सबसे बड़ा खतरा राज्यपाल मंगू भाई पटेल पर भी पड़ रहा है जो कि दीक्षांत समारोह में शामिल हुए थे, जानकारी के मुताबिक रिहर्सल में लगातार शामिल होने वाले छात्र आयोजन के ठीक 1 दिन पहले कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, इन छात्रों की संख्या 1 दर्जन से भी अधिक है ऐसे में अब कोरोना संक्रमण के बीच संपन्न हुए दीक्षांत समारोह को लेकर राज्य शासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है।
रानी दुर्गावती विवि में दीक्षांत समारोह के चलते पीएचडी धारक और गोल्ड मेडलिस्ट छात्रों का आरटीपीसीआर जांच कराई गई। इसमें 20 कोविड संक्रमित मिले। ये छात्र रिहर्सल में शामिल हुए थे। सर्किट हाउस के दो कर्मचारी और सुरक्षा में तैनात एसआई सहित 7 जवान भी संक्रमित मिले हैं। वही जिले में पुलिस विभाग में अब तक 21 नए संक्रमित सामने आ चुके हैं। सभी संक्रमित होम आइसाेलेट हैं।
यह भी पढ़े.. West Bangal Train Accident : डोमोहानी रेलवे स्टेशन के पास गुवाहाटी-बीकानेर एक्सप्रेस हुई बेपटरी, हेल्पलाइन नंबर जारी
एनएसयूआई ने दीक्षांत समारोह पर पहले ही दिन से सवाल खड़े कर दिए थे, एनएसयूआई ने कार्यक्रम का लगातार विरोध किया था बावजूद इसके राज्य सरकार और जिला प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया, विश्वविद्यालय प्रबंधन का दावा था कि कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए दीक्षांत समारोह संपन्न होगा पर ऐसा हुआ नहीं, इधर राज्यसभा सांसद विवेक तंखा का बयान भी सामने आया है उन्होंने कहा है कि जबलपुर रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में तमाम अनुरोध के बावजूद दीक्षांत समारोह राज्यपाल की उपस्थिति में संपन्न हुआ, कोरोना पॉजिटिव केस सामने आने के बाद मंच से लेकर आमंत्रित लोग राज्यपाल के संपर्क में आए हैं, इसलिए कुलपति को कुलाधिपति से ज्यादा दोषी मैं मानता हूं।