Tue, Dec 30, 2025

बहुचर्चित दोहरे हत्याकांड के मुख्य गवाह की संदेहास्पद परिस्थितियों में मौत

Written by:Harpreet Kaur
Published:
बहुचर्चित दोहरे हत्याकांड के मुख्य गवाह की संदेहास्पद परिस्थितियों में मौत

जबलपुर, डेस्क रिपोर्ट।  पूरे प्रदेश में बहुचर्चित और सनसनी फैलाने वाले जबलपुर के कक्कू पंजाबी एवं कांग्रेस नेता राजू मिश्रा हत्याकांड के प्रमुख गवाह नद्दू उर्फ नदीम की कल रविवार की रात मझौली में संदेहास्पद हालत में मौत हो गई| प्रारंभिक तौर पर मौत सड़क हादसे में होना बताया जा रहा है, लेकिन वही परिजन और जानने वाले इसे सोची समझी साजिश के तहत हत्या की जाने की बात कर रहे हैं, नदीम की मौत सड़क हादसे में हुई है या फिर उसकी हत्या की गई है, इसकी जांच पुलिस ने शुरू कर दी है।

यह भी पढ़े.. Vaccination for child: 15 से 18 वर्ष के बच्चों के वैक्सीनेशन का महाअभियान आरंभ

मझौली पुलिस ने बताया कि गोहलपुर निवासी 33 वर्षीय नद्दू उर्फ नदीम रविवार को किसी काम से मझौली आया था, यहां से वह मोटरसाइकिल से वापस अपने घर जा रहा था, वापस जाते समय मैन रोड पर अज्ञात वाहन चालक ने नदीम की बाइक में टक्कर मार दी और भाग गया, हादसे में गंभीर चोट लगने के कारण नदीम की मौके पर ही मौत हो गई, सूचना पर पहुंची पुलिस ने पंचनामा कार्रवाई कर शव को पीएम के लिए भिजवाते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है।

दोहरा हत्याकांड का मुख्य गवाह था नदीम-
बताया जा रहा है नदीम, गैंगस्टर कक्कू पंजाबी एवं कांग्रेस नेता राजू मिश्रा के दोहरे हत्याकांड में मुख्य गवाह था, नदीम को किस वाहन ने टक्कर मारी है अभी इसका पता नहीं चला है, इसलिए नदीम की टक्कर मारकर हत्या की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है।

नदीम के खिलाफ दर्ज हैं कई मामले-
पुलिस ने बताया कि मृतक नदीम गोहलपुर क्षेत्र का शातिर बदमाश है जिसके खिलाफ गोहलपुर सहित शहर के अन्य थानों में कई आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं।

गौरतलब है कि जबलपुर के गैंगस्टर विजय यादव गैंग का कुख्यात बदमाश कक्कू पंजाबी से वर्चस्व को लेकर झगड़ा था। इसी के चलते विजय यादव ने उसकी हत्या की योजना बनाई थी। 4 जनवरी 2017 की रात गोपाल बाग के पास हुई गैंगवार में उसने कक्कू पंजाबी व कांग्रेस नेता राजू मिश्रा की हत्या कर दी थी। इस हत्याकांड के लिए उसने यूपी से शूटर बुलाए थे। वारदात को अंजाम देने के बाद से वह फरार चल रहा था और जबलपुर पुलिस द्वारा उसकी गिरफ्तारी के लिए 30 हजार का इनाम घोषित किया गया था और बाद में फरार गैंगस्टर विजय यादव और उसका साथी समीर खान नरसिंहपुर पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया था।