जबलपुर/ संदीप कुमार
“एयरपोर्ट का विकास या ग्रमीणों का विनाश” कुछ इस तरह का सवाल आज हर उस ग्रामीण के सीने में पनप रहा है जिन्हें की एयरपोर्ट विस्तारीकरण के नाम पर परेशान किया जा रहा है। डुमना एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के नाम पर वहां से लगे गांव के ग्रामीण को परेशान किया जा रहा है। बड़ी बड़ी मशीनों से विस्फ़ोट किए जा रहे है जिसके कारण कभी आधा दर्जन गांव के मकान कम्पन करते है।
एयरपोर्ट का विस्तारीकरण-एयर कनेक्टिविटी को मिलेगा बढ़ावा
डुमना एयरपोर्ट का करीब 250 करोड़ रु से विस्तारीकरण किया जा रहा है। 170 एकड़ में फैलाए जा रहे एयरपोर्ट के लिए तेजी से काम किया जा रहा है। इसी तेजी में प्रशासन और ठेकेदार ये भूल गए है कि यहां कई गांव भी बसे है, जो कि इनके काम से प्रभावित हो रहे है। ठेकेदार दिन-रात कभी भी बड़ी बड़ी मशीनों से विस्फ़ोट करते है। ये विस्फ़ोट इतना तेज होता है कि आसपास लगे गांव के कच्चे मकान थरथरा जाते है। कई मर्तबा तो बड़े-बड़े पत्थर भी गांव में आकर गिरते है, ऐसे में ग्रमीण हमेशा दहशत में रहते है।
गहरी-गहरी खोद दी गई सुरंग-गाँव के रास्ते भी कर दिए गहरे
एयरपोर्ट को बृहद रूप से फैलाने के लिए ठेकेदार ने आसपास गहरी गहरी जमीन खोद डाली, इतना ही नहीं जिस रास्ते से ग्रामीण गुजरते है उसे भी दोनो तरफ से इतना गहरा बना दिया कि अब वहां से आने जाने में लोगों को डर लगता है। रास्ते इतने गहरे हो गए है कि अगर कोई नीचे गिरता है तो निश्चित रूप से उसकी जान चली जाएगी।
ग्रामीण अगर करते है विरोध तो हो जाती है FIR
ठेकेदार की मनमानी और दिन-रात कभी भी की जा रही ब्लास्टिंग का जब ग्रामीण विरोध करते है, तो उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाती है। हाल ही में डुमना गांव के कुछ ग्रामीणों के खिलाफ खमरिया थाना में कार्य में रुकावट के लिए एफआईआर दर्ज करवाई गई। इस पूरे प्रकरण में पुलिस की कार्रवाई भी संदेह के घेरे में है। अब गांव वालों में इतनी दहशत है कि वो कुछ बोलने से भी डरते है।
स्थानीय पार्षद के संगीन आरोप
स्थानीय भाजपा पार्षद विनोद तिवारी के मुताबिक एयरपोर्ट विस्तारीकरण के नाम पर ग्रामीणों को परेशान किया जा रहा है। ठेकेदार की मनमानी चरम सीमा पर है क्योंकि ये किसी बड़े नेता के रिश्तेदार है बाहूबली है, पार्षद का कहना है कि जब एयरपोर्ट विस्तारीकरण की बात चल रही थी तब एयरपोर्ट प्रबंधन-जिला प्रशासन-राजनेता सभी ने आश्वासन दिया था कि ग्रामीणों को कोई परेशानी नही आएगी पर अब आलम ये है कि ग्रामीण इतनी दहशत में है कि लोग दिन हो या रात अपने घरों में ही डर के साए में रहते है।
जहां विस्फ़ोट हो रहा है वहां से कुछ ही दूरी पर है “एम्बुनेशन डिपो खमरिया”
एयरपोर्ट के विस्तार के लिए जिस जगह पर बड़े बड़े ब्लास्ट किए जा रहे है, वहीं से लगा केंद्रीय सुरक्षा संस्थान ऑर्डन्स फैक्ट्री खमरिया का ईडीके “एम्बुनेशन डिपो खमरिया” है। जहां सेना के लिए बड़े बड़े बमों को तैयार करने के बाद रखा जाता है। पार्षद का कहना है कि कभी अगर धोखे से ब्लास्टिंग की धमक ईडीके तक चली गई और कोई अनहोनी हो गई तो पूरा शहर तबाह हो सकता है।
जबलपुर संभाग कमिश्नर ने पूरे मामले को लिया संज्ञान में
एयरपोर्ट विस्तारीकरण के नाम पर गांव के आसपास हो रही ब्लास्टिंग को संभाग कमिश्नर महेश चंद्र चौधरी ने संज्ञान में लिया है। कमिश्नर का कहना है कि जिस तरह की शिकायत सामने आ रही है उसकी जांच करवाई जाएगी. साथ ही कलेक्टर से उसकी रिपोर्ट भी मंगवाई जा रही है। जांच में अगर पाया जाता है कि ठेकेदार के द्वारा लापरवाही बरती जा रही है तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई भी की जाएगी।