Sun, Dec 28, 2025

जबलपुर कलेक्टर इलैयाराजा टी जब पहुंचे मेडिकल अस्पताल, फिर जमकर लगी सबको फटकार

Written by:Harpreet Kaur
Published:
जबलपुर कलेक्टर इलैयाराजा टी जब पहुंचे मेडिकल अस्पताल, फिर जमकर लगी सबको फटकार

जबलपुर, डेस्क रिपोर्ट। अपने कड़े तेवरों के लिए जाने-जाने वाले आईएएस अधिकारी टी इलैया राजा एक बार सुर्खियों में है, गुरुवार की सुबह जबलपुर कलेक्टर इलैया राजा टी. शहर के नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में पहुँचे, हालांकि अचानक मेडिकल अस्पताल पहुंचे कलेक्टर ने किसी को भी इसकी सूचना नहीं दी, आम जनता की शिकायते मिलने के बाद कलेक्टर डॉक्टर इलैयाराजा टी औचक निरीक्षण करते हुए मेडिकल अस्पताल पहुंचे। यहाँ के हालातों को देखने के बाद उन्होंने मौके पर ही सबके सामने डीन को जमकर फटकार लगाई। कलेक्टर ने कहा की दलाल अस्पताल में सक्रिय है, जबकि ऐसा होना नहीं चाहिए।

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कलेक्टर राजा ने की कैजुअल्टी के साथ ही रसोई घर, आर्थो डिपार्टमेंट, बॉयलोजी डिमार्टमेंट का निरीक्षण किया। इस दौरान कलेक्टर मेडिकल की चिकित्सा व्यवस्थाओं को लेकर नाराज दिखे। उन्होंने हाल ही में नियुक्त मेडिकल डीन और अधीक्षक सहित पूरे स्टॉफ की जमकर क्लास ली। कलेक्टर ने साफ कड़े शब्दों में कहा कि हमें सिस्टम को सुधारना होगा, यहां पहुंचने वाले मरीज को उचित इलाज, सही मार्गदर्शन मिले, इसका विशेष ध्यान रखना होगा। मुझे लगातार यहाँ की अव्यवस्थाओ की शिकायतें मिल रही है और यहाँ आकर मुझे यह सब देखने को मिला। इसके बाद कलेक्टर ने सुरक्षा कंपनी के अधिकारियों को भी फटकार लगाई। कलेक्टर ने यहाँ तैनात सुरक्षा कंपनी के एक अधिकारी को भी नसीहत दे डाली दरअसल इस अधिकारी के गले में आईकार्ड नहीं था। कलेक्टर ने कहा- इतने घंटे होने के बावजूद आपके गले में आईकार्ड नहीं है। ऐसे में कैसे पहचान होगी कि आप मेडिकल के कर्मचारी है। कलेक्टर के इस तरह अचानक दौरे से मेडिकल अस्पताल में हड़कंप की स्थिति बनी रही।

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कलेक्टर ने मेडिकल अस्पताल के अधिकारियों और स्टाफ को कहा कि अगर कोई परेशानी है तो मुझे बताए, मै उसे दूर करूंगा, इससे पहले भी कई अस्पतालों में जब स्टाफ ने मुझे परेशानियाँ बताई मेने उन्हे दूर किया लेकिन यहाँ पर मेरे बोलने के बाद भी व्यवस्थाओं में कोई सुधार नहीं किया गया, जबकि पिछली बार भी मेने मेडिकल अस्पताल के दौरे के बाद जो कमियाँ बताई थी आज भी सब कुछ वैसा ही है कोई सुधार नहीं हुआ है।  कलेक्टर ने डीन से कहा कि जब मेडिकल प्रबंधन के पास करोड़ों रुपए है तो उसके बावजूद जीर्णशीर्ण भवनों को दुरुस्त क्यों नहीं किया जा रहा है। यहां तक कि जिन कामों को कराने के लिए टेन्डर जारी करने को कहा गया था वह भी पूरा नहीं हुआ है। ऐसा नहीं चलेगा, मुझे कार्रवाई करने के लिए मजबूर मत करिए। कलेक्टर की इस दो टूक के बाद हालांकि मेडिकल अस्पताल के डीन और अधीक्षक उन्हे भरोसा दिलवाते नजर आए की वह कमियों में सुधार की कोशिश करेंगे।