झाबुआ। मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले की थांदला विधानसभा से कांग्रेस विधायक वीर सिंह भूरिया का एक पत्र सोशल मीडिया पर धूम मचा रहा है। जिस पर कई सवाल भी खड़े हो रहे हैं। सत्ता परिवर्तन के साथ ही कांग्रेस विधायक ने नियमों को ताक पर रखकर एक अवैधानिक आदेश जारी कर स्कूल के प्रिंसिपल को आदेश दिया है कि उनके द्वारा बताए गए लोगों से ही झंडावंदन करवाया जाए।
दरदअसल, सोशल मीडिया पर विधायक के लेटर पेड पर विधायक ने बकायदा थांदला विधानसभा क्षेत्र में आने वाली सभी हाई स्कूल एवं हायर सेकेंडरी स्कूल के प्रिंसिपल को लिखित में निर्देश दिए हैं कि उनकी संस्थाओं में झंडावंदन का कार्यक्रम किन किन लोगों से करवाया जाएगा पत्र में विधायक में स्पष्ट रुप से लिखा है कि इन नामों को उनके द्वारा अधिकृत किया गया है और वह जन प्रतिनिधि हैं इसलिए उनसे ही झंडा वंदन करवाया जाए। लेकिन जो नाम दिए गए हैं उनमें से 70 फ़ीसदी ज्यादा लोग जनप्रतिनिधि ना होकर कांग्रेस के स्थानीय स्तर के नेता हैं।
हालांकि, नियमानुसार संस्था प्रमुख को ही अधिकार होता है कि वह अपनी संस्था में झंडा वंदन या तो खुद तय करें या किस से करवाना है यह तय करें, लेकिन यहां पर विधायक ने नियम के खिलाफ जाकर प्रिंसिपल को अपने लेटर पैड पर निर्देश जारी किए हैं जो कि अवैधानिक हैं।
कलेक्टर प्रबल सिपाहा ने इस मामले में कहा है कि 26 जनवरी हमारा राष्ट्रीय पर्व है और इसमें स्थानीय स्तर पर जो भी संस्थाएं हैं वहां पर सभी का स्वागत है लेकिन संस्थाओं का अपना यह दायित्व है और अपना विवेक अधिकार है कि वह किससे झंडा वंदन करवाना चाहते हैं। सोशल मीडिया पर वायरल पत्र की जांच करवाई जाएगी।