झाबुआ में बढ़ रहे साइबर क्राइम, पुलिस ने जारी की साइबर एडवाइजरी

Gaurav Sharma
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झाबुआ,विजय शर्मा।25 अगस्त को आवेदक पंकेश पिता कलसिंह भूरिया निवासी ग्राम मोरझरी द्वारा शिकायत आवेदन दिया कि उसको एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा फोन आया, जिसने फरियादी पंकेश के साथ धोखाधड़ी कर उसके खाते से 98,811/-रू. का आहरण कर लिया। पुलिस अधीक्षक झाबुआ आशुतोष गुप्ता द्वारा साइबर सेल झाबुआ को त्वरित कार्रवाई करने हेतु निर्देशित किया। उक्त शिकायत को गंभीरता से लेते हुए प्राप्त तथ्यों के आधार पर संबंधित नोडल अधिकारियों को मेल कर एवं दूरभाष के माध्यम से उक्त फ्रॉड ट्रांजैक्शन को रोकने एवं राशि को रिफंड करने हेतु बोला गया। जिस पर संबंधित नोडल अधिकारी द्वारा तत्परता से कार्य करते हुए 98,811 रुरए के ट्रांजैक्शन को ब्लॉक कर दिया एवं राशि फरियादी के खाते में वापस कराई गई।

फेसबुक फ्रॉड के संबंध में साइबर एडवाइजरी

विगत कुछ दिनों से साइबर ठगों द्वारा आपके परिवारजनों, मित्र अथवा नजदीकी परिचित के नाम से फर्जी फेसबुक आईडी बनाई जाती है या उनकी फेसबुक आईडी हेक कर ली जाती है व इसके उपरांत लॉकडाउन अथवा अन्य किसी आकस्मिक परिस्थितियों का बहाना करके Paytm/UPI /GooglePay/PhonePe या बैंक अकाउंट में तत्काल पैसे ट्रांसफर करने के लिए कहा जाता है। इस तरह की शिकायतें लगातार झाबुआ पुलिस के संज्ञान में आ रही है।
आपसे झाबुआ पुलिस अपील करती है कि आपके किसी भी परिचित द्वारा आपसे फेसबुक मैसेंजर के माध्यम से लॉकडाउन अथवा अन्य किसी आकस्मिक परिस्थितियों का बहाना करके पैसे की मांग की जाती है, तो उस पर विश्वास ना करें। उसकी सत्यता की जांच करते हुए व्यक्तिगत रूप से कॉल कर वास्तविकता के बारे में पता करें। ऐसे व्यक्ति प्राय: साइबर ठग होते हैं, वह आपसे राशि जमा करवा कर आपको आर्थिक नुकसान पहुंचाते हैं। फेसबुक आईडी को हेक होने से बचाने के लिए “टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन (Two-Factor Authentication)” चालू रखे।

बैंक फ्राड के संबंध में साइबर एडवाइजरी

1. कभी भी लॉटरी या इनाम के झांसे में किसी को अपनी जानकारी शेयर न करे।
2. किसी भी अनजान व्यक्ति द्वारा बैंक संबंधी जानकारी जैसे उपयोगकर्ता का आईडी पासवर्ड/ATM कार्ड नंबर/पिन/CVV नंबर/OTP नंबर आदि मांगे जाने पर प्रदाय ना करें। बैंक कभी भी फोन पर बैंक संबंधी जानकारी नहीं मांगते हैं।
3. गूगल के माध्यम से कस्टमर केयर नंबर सर्च करने के लिए अधिकृत वेबसाइट को ही चुने।
4. अनजान लिंक पर क्लिक न करे ।
5. कभी भी 2 स्टेप वेरीफिकेशन चालू रखे ।
6. बैंकिंग App में लॉक लगा के रखे ।
7. अनजान एप्प को Play Store के अलावा दूसरे प्लेटफॉर्म से डाउनलोड न करे ।
8. किसी भी अनजान एप्प को मोबाइल की (जैसे गैलरी, कॉन्टेक्ट, लोकेशन) परमिशन न दे।
9. बैंकिंग फ्रॉड होने पर 24 घंटे के अंदर ही बैंक एवं सायबर सेल से संपर्क करे ।
10. ट्रांजैक्शन करते समय किसी भी रिमोट एक्सेस एप जैसे टीमव्यूअर/एनीडेक्स आदि को मोबाइल में इंस्टॉल ना करें।
11. नौकरी की ऐसी पेशकश से बचे जिसमें आपको पैसे जमा करने के लिए कहा जा रहा हो।
12. किसी को भी अपना मोबाइल न दे।
13. मोबाइल सुधारने डालने से पहले सिम निकाल ले, और हो सके तो बैंकिंग एप्प को लॉग आउट कर दे ।

सराहनीय योगदान
उक्त सराहनीय कार्य में सायबर सेल से आर.98 मंगलेश पाटीदार, आर.552 महेश प्रजापति, आर.573 संदीप बघेल का सराहनीय योगदान रहा। उक्त सायबर सेल की टीम को पुलिस अधीक्षक झाबुआ द्वारा पुरूस्कृत करने की घोषणा की।
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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

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