कमलनाथ ने शिवराज सरकार को घेरा, बोले- कलाकारी की राजनीति अब नहीं चलेगी

Atul Saxena
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इंदौर, आकाश धोलपुरे।  मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर (Indore News) में जहां सुबह प्रदेश के गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने राज्यसभा सांसद दिग्विजयसिंह पर निशाना साधा, वहां देर शाम इंदौर पहुंचे पूर्व सीएम कमलनाथ(Kamalnath) मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार(Shivraj Government) और केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर बरसे।

इंदौर में विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होने पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मीडिया के सवालों के जबाव देते हुए सत्ता पक्ष को घेरने की कोशिश की। पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि वर्तमान में मध्य प्रदेश में हर वर्ग परेशान है, नौजवान बेरोजगार घूम रहा है और किसानों के पास खाद नहीं, बीज नहीं और फसल का उचित मूल्य नहीं है, छोटे व्यापारी परेशान हैं, प्रदेश को अंधेरे की तरफ घसीटा जा रहा है। भाजपा सरकार और शिवराज जी को इसका होश नहीं है।

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मध्य प्रदेश के गरीबी में चौथे स्थान पर आने पर उन्होंने कहा कि ये शर्म की बात है और इतने सालों बाद और इतनी लंबी बातें करने के बाद मध्य प्रदेश गरीबी में चौथे स्थान पर है। सीएम हाउस का घेराव करने जा रहे एनएसयूआई कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज मामले को लेकर कमलनाथ ने कहा कि भाजपा के पास पुलिस, प्रशासन और पैसे के अलावा कुछ बचा नहीं है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के आदिवासी सच्चाई समझ रहे हैं और वे सच्चाई की राजनीति का साथ देंगे और ये कलाकारी की राजनीति अब नहीं चलने वाली है।

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नोयडा के जेवर में एशिया के सबसे अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट के भूमिपूजन को लेकर पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि एयरपोर्ट की आवश्यकता हो सकती है पर बात ये है कि 34 हजार करोड़ रुपये खर्च किया जाएगा। 34 हजार करोड़ रुपये में देश के किसानों का कर्जा माफ किया जाए जिससे आर्थिक गतिविधि बढ़ेगी और इससे ज्यादा लाभ होगा। कुल मिलाकर इंदौर में एक बार फिर पूर्व सीएम कमलनाथ ने सत्ता पक्ष पर सवाल उठाते हुए घेरने की कोशिश की है अब बीजेपी पूर्व सीएम के बयान पर क्या पलटवार करती है ये देखना दिलस्चस्प होगा।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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