Sat, Dec 27, 2025

Katni News : सैकड़ो युवाओं ने एसडीएम कार्यालय का किया घेराव, अग्निपथ योजना में बदलावों को लेकर किया विरोध

Written by:Amit Sengar
Published:
Last Updated:
Katni News : सैकड़ो युवाओं ने एसडीएम कार्यालय का किया घेराव, अग्निपथ योजना में बदलावों को लेकर किया विरोध

कटनी,अभिषेक दुबे। मध्यप्रदेश के कटनी (katni) जिले में आज सैकड़ो सेना की तैयारी करने वाले छात्र व nsui के कार्यकर्ता ने एसडीएम कार्यालय का घेराव करते हुए नारेबाजी कर जबरन एसडीएम कार्यालय में प्रवेश करने की कोशिश की। मगर मौके पर मौजूद पुलिस बल ने उनको रोका।

यह भी पढ़े…Gwalior : बागियों के साये में नगर निगम चुनाव, सुनें क्या कहते हैं प्रत्याशी

आपको बता दें कि अग्निपथ योजना में किए गए बदलावों के विरोध में छात्रों ने एसडीएम कार्यालय पर पहुंचकर प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन दिया, उनका कहना है था कि बड़े ही दुःख का विषय हैं कोई भी रोजगार वो होता है जो स्थाई हो, देश की सेना जैसी महत्वपूर्ण संस्था में केवल 4 साल के लिए नौकरी देने के नए तुग़लकी फरमान से समस्त छात्रों में रोष व्याप्त है, जिसके चलते देश भर में तैयारी कर रहे छात्र खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। बड़ी मेहनत से सेना की तैयारी करने वाला छात्र बड़ी आशाओं से देश की रक्षा के सपने लिए सेना की तैयारी करता है।

यह भी पढ़े…बागियों के साये में नगर निगम चुनाव

परंतु केवल 4 साल हेतु नौकरी में रखने के इस अजीब निर्णय ने समस्त छात्रों के सपनों पर पानी फेर दिया है, वही दूरी और भाजपा के नेता कैलाश विजयवर्गीय जैसे लोग कहते है इन अग्निवीरों से हम भाजपा कार्यालयों की सूरखस करायंगे, ऐसी निंदनीय बयानो से देश भर में युवा आंदोलित हो रहा है। और आज कटनी जिले में भी छात्र युवाओं ने nsui कार्यकर्ता के साथ एसडीएम कार्यालय का घेराव कर अग्निपथ योजना का विरोध किया।

यह भी पढ़े…Indian bank ने अपने कर्मचारियों के खिलाफ उठाया कुछ ऐसा कदम कि हर जगह हो रही आलोचना

nsui के जिला अध्यक्ष देवांशु अंशु मिश्रा ने कहा कि जहां मप्र में नौकरी की अवधि बढ़ाकर 65 वर्ष कर दी गई और निरंतर NSUI की माँग के बाद भी नयी नयी वकेंसी निकाली नही जा रही, यह दोहरा मापदंड छात्रों के भविष्य खराब करने वाला है। NSUI ने भी मांग की है की ये निर्णय जो सेना में भर्ती होने वाले युवाओं के लिए है जब इससे वह ही नाखुश है तो निर्णय अच्छा कैसे हो सकता है, हम आपको किसान आंदोलन याद दिलाना चाहेंगे, उसमें भी आपकी सरकार को किसानों के आगे घुटने टेंकने पड़े थे, यह निर्णय भी कुछ इसी तरह प्रतीत होता है।…छात्रों व nsui ने त्वरित इस तुगलकी फरमान को वापस करने की मांग की है।