खंडवा। सुशील विधानी।
प्याज के सही दाम नहीं मिलने पर एक बार फिर किसान सड़कों पर उतर आए हैं। खण्डवा में प्याज के सही दाम नही मिलने पर गुस्साए किसानों ने सड़कों पर प्याज फेंक कर अपना विरोध प्रदर्शन किया। किसानों ने कहा ,व्यापारी मंडी में प्याज़ दो से तीन रुपए किलों खरीद रहे हैं। जबकि इतने कम दाम में लागत भी नही निकल रही है।खंडवा के बावड़िया काजी गॉव में किसानों ने प्याज के दाम नहीं मिलने पर सड़कों पर फेंक दिया। प्याज 2-3 रुपए किलो में बिक रहा है, इससे किसानों को लागत मूल्य भी नहीं निकल पा रहा। कुछ किसानों ने पशुओं को खाने के लिए अपने प्याज डाल दिए। किसानों का कहना है कि 8 मार्च को वे निगम के सामने प्रदर्शन करेंगे और मुफ्त में प्याज बाटेंगे। यह पहली बार नहीं है जब मध्यप्रदेश में किसानों को ऐसा करना पड़ रहा है। पहले भी प्याज़ के सही दाम नही मिलने पर किसान सड़कों पर उतर चुके हैं।
बावडिया ग्राम के कई किसानों ने प्याज की फसल लगाई थी। लेकिन प्याज उखाड़ने की मजदूरी तक नहीं निकल पा रही है।प्याज़ में करीब एक लाख रुपए एकड़ की लागत आती है ओर मंडी में 70- 80 रुपए कट्टे में बिक रही है। ऐसे में अब किसानों को सरकार से उम्मीद है कि वह उनका प्याज 12 रुपए में खरीद ले । किसान नेताओं का कहना है कि प्रदेश और केंद्र की सरकार आयात निर्यात नीति ठीक करें ताकि किसानों को उनकी फसल का ठीक-ठाक भाव मिल सके। कलेक्टर ने भी अपने तौर पर मंडी के अधिकारियों को निर्देश दिए है कि प्याज खरीदी में व्यापारियों पर नजर रखे ताकि उन्हें उचित दाम मिल सके। खंडवा सांसद एंव बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने आज प्रदेश की कमलनाथ सरकार पर जमकर निशाना साधा। चौहान का जैसी ही प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आई किसानों में हा हा कार मंच है। ये कांग्रेस किसानों के साथ दगा कर रही है, कर्जा माफी एक धोखा है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने 8 रु किलों में किसानों से प्याज खरीदी थी। यह कांग्रेस की सरकार भावांतर जैसी किसान हितेषी योजनाएं बंद कर रही है। इस लिए किसान सड़कों पर अपना प्याज फेंकने को मजबूर है। चौहान ने कहा 9 तारीख को हम किसानों के साथ मिलकर सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन करेंगे।
बता दे कि कल प्याज के सही दाम नही मिलने को लेकर किसानों ने सड़को पर अपना प्याज फेंक कर विरोध प्रदर्शन किया। अब इसको लेकर राजनीति भी तेज हो गई है, आज खण्डवा सांसद ने इसको लेकर प्रदेश की कांग्रेस जुमेदार ठहराते हुए धरना प्रदर्शन करने की बात कही है।