खंडवा । जिले के छैगांवमाखन स्थित कन्या छात्रावास में इन दिनों हॉस्टल में रहने वाली छात्राएं बुरी आत्माओं के प्रकोप से डरी और सहमी हुई है। ऐसा हम नही कह रहे है बल्कि डर के सन्नाटे में घुट-घुटकर रह रही मासूम बच्चियां एक-एक कर हॉस्टल छोड़कर जा रही है।
ख़ौफ़ के साए में बच्चियां बुरी आत्माओं और बाहरी शक्तियों के साए में इन दिनों डर-डर कर जी रही है. सैकड़ों छात्रा होने के बावजूद ख़ौफ़ ऐसा की यहां रहने वाली बच्चियां एक-एक कर होस्टल छोड़कर जा रही है. अबतक कुल 23 बच्चियां हॉस्टल छोड़कर यहां से बीते चार दिनों में जा चुकी है. छात्राओं ने बताया की यहां की एक छात्रा निकिता अचानक से हॉस्टल के अंदर अजीब अजीब हरकतें करने लगी और आवाजें निकालने लगी. हॉस्टल की समस्त छात्राएं इस कदर डर कर अपने-अपने कमरों में जाकर खुद को बंद कर लिया. छात्रा की बिगड़ती तबियत को देखकर हॉस्टल अधीक्षिका ने बच्ची को तत्काल रात्री में अस्पताल में उपचार के लिए भेजा. ऐसा ही घटनाक्रम दूसरी बच्चियों के साथ भी हुआ. जिस कारण एक-एक कर बच्चियां डरने लगी. कुछ छात्राओं ने हॉस्टल के अंदर चहलकदमी करते हुए किसी को देखा भी. लिहाजा परीक्षा के इस मौसम में बच्चियां हॉस्टल खाली कर अपने-अपने घर चली गई. अबतक करीब 23 बच्चियां अपने-अपने घर जा चुकी है.
घटना की जानकारी अधीक्षिका ने आदिम जाति कल्याण विभाग के अधिकारीयों को दिया. इस भूतिया रहस्य की तस्दीक करने के लिए हॉस्टल में एक टीम भी भेजी गई. जिसने बच्चों से पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली. छैगांवमाखन उत्कृष्ट उच्चतर माध्मिक स्कूल के प्राचार्य बी एस मंडलोई डर और खौफ के साए में इन बच्चों की काउंसलिंग करवाने की बात कही है. बहरहाल, इस पूरे घटनाक्रम में जिस तरह हॉस्टल में निवासरत सैकड़ों छात्राएं डरी और शमी हुई है।