ओंकारेश्वर। सुशील विधानि।
ओंकारेश्वर में पेयजल योजनाओं के पाइपों में पानी के साथ कीड़े भी टपक रहे हैं। नलों से पानी के साथ कीड़े आने से लोगों में हड़कंप मचा हुआ है। जनता ने नगर परिषद् की जल प्रदाय की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। नगर परिषद् ओंकारेश्वर क्षेत्र की आपूर्ति के लिए दो पेयजल योजनाएं बनी हैं। इन योजनाओं की देखरेख के लिए गुजरात की कंपनी को ठेका दिया गया हैं। इनके मैंटेनेंस को लेकर परिषद में प्रति तीन माह का 10 लाख रुपये से ऊपर का बिल पास होता चला आ रहा हैं परन्तु धरातल पर किडे युक्त गंदा पानी नलों में आना एक बडे भ्रस्टाचार का संकेत दे रहा हैं। इधर बालवाडी क्षैत्र के नलों में पानी के साथ कीड़े निकलने से जनता में हड़कंप मच गया। लोगों ने भरे बर्तन खाली कर दिए ओर टेंकरों से पानी बुलवाकर प्यास बुझा रहे हैं। वार्डवासियों द्वारा इसकी सूचना के बाद भी नगर परिषद् के जाम्मेदारों ने कोई सुध नहीं ली है। इसे लेकर जनता आक्रोशित है।
नगर के वार्ड 4-5-6 में सुबह जैसे ही नल से पानी लेने के लिए गिरधारीलाल चौहान ने बाल्टी लगाई तो पहले गंदा पानी निकल रहा था। उस पानी को नाली में डाल दूसरी बार बाल्टी में पानी भरना चाही तो बाल्टी में कीड़े ही कीड़े दिखने लगे। कीड़े युक्त पानी की फोटो लेने के बाद पानी नाली में गंदा पानी डाल दिया।
चौहान ने बताया कि मोहल्ले की एक भी नलों में पंचायत की ओर से जो पिने का पानी सप्लाई किया जा रहा है वह पूरी तरह से दूषित है।अगर गलती से इस पानी का उपयोग कर लिए तो तबियत खराब होनी तय है। खराब और दूषित पानी का उपयोग करने से लोगों की सेहत खराब हो रही है। प्रतिदिन इस तरह से नलों के केंचूआ तो कभी कीड़े तो कभी गोजर निकलते रहते हैं। नगर पंचायत से में फरियाद करने के बाद भी किसी प्रकार का सुधार होने का नाम नहीं ले रहा है। मोहल्ले में गंदा पानी आने के कारण लोगों को तमाम तरह की बीमारी अपनी गिरफ्त में ले रही है। गिरधारीलाल चौहान ने कहा कि पंचायत को दूषित पानी तत्काल बंद कर देना चाहिए।