खंडवा, डेस्क रिपोर्ट। खंडवा रेल्वे स्टेशन में उस वक़्त अफरा तफरी मच गई जब खंडवा रेलवे स्टेशन पर लगे पैदल पुल पर लगी लिफ्ट खराब होने से उसमें दो बच्चों सहित चार दंपति फंस गए। लिफ्ट खराब होने पर वे घबरा गए। पहले उन्होंने सहायता के लिए आवाज लगाई लेकिन बंद लिफ्ट के अंदर से आवाज बाहर नहीं आई। अंदर फंसे लोगों के लिए राहत की बात यह रही कि उनके फोन चालू थे और उन्होंने अपने परिजनों को इस घटना की सूचना दी, उन्होंने खंडवा निवासी अपने स्वजनों व लिफ्ट में लिखे नंबर पर फोन लगाया। इसके बाद रेेलवे के कर्मचारी पहुंचे व लिफ्ट खोलने का प्रयास किया। इस दौरान लिफ्ट में फंसे एक वर्ष व चार वर्ष के बच्चे घबराने लगे। उन्हें बिस्किट व पानी पहुंचाया गया। अंदर फंसे लोगों के लिए परेशानी उस वक़्त और बढ़ गई जब स्थानीय मैकेनिक लिफ्ट काे नहीं खोल सके। दो घंटे के बाद बुरहानपुर से पहुंचे कंपनी के मैकेनिक ने लिफ्ट खोलकर सभी को बाहर निकाला। परिवार के सदस्यों को सुरक्षित बाहर निकाला गया।
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बताया जा रहा है कि नासिक के रहने वाले एजाज कुरैशी व सना कुरैशी अपने एक वर्ष व चार वर्ष के बच्चे के साथ सुबह साढ़े सात बजे खंडवा रेलवे स्टेशन पर पहुंचे थे। यहाँ से उन्हे अजमेर जाना था, यहां प्लेटफार्म नंबर एक व दो के बीच लगी लिफ्ट में सवार होकर पैदल पुल के ऊपर पहुंचे। यहां से पांच नंबर प्लेटफार्म पर गए व फिर इस हिस्से में लगी लिफ्ट से नीचे उतरने लगे। इसी दौरान लिफ्ट बीच में फंस गई। अचानक लिफ्ट बंद होने से वह घबरा गए। उन्होंने अंदर से ही चिल्लाने की कोशिश की लोगों को बुलाने का प्रयास किया लेकिन उनकी आवाज लिफ्ट से बाहर नहीं सुनाई दी, जिसके बाद अंदर फंसे परिवार ने अपने फोन चेक किए तो उसमें नेटवर्क नजर आया उन्होंने राहत की सांस ली और परिजनों को फोन लगाकर घटना की जानकारी दी, रेलवे स्टेशन पर लिफ्ट ठीक करने के लिए किसी मैकेनिक के नहीं हाेने से स्थानीय मैकेनिकों को बुलाया गया। उन्होंने इसे खोलने का प्रयास किया लेकिन लिफ्ट नीचे गिरने के डर से ज्यादा प्रयास नहीं किया। लिफ्ट में हवा पहुंचने के लिए जगह बनाई व पंखा भी चालू कर दिया जिससे परिवार को राहत मिली। इसी दौरान रिश्तेदार भी पहुंच गए उन्होंने बिस्किट व पानी की बाटल ऊपर से लिफ्ट में पहुंचाई। बुरहानपुर से लिफ्ट कंपनी के मैकेनिक ने पहुंचकर पांच से दस मिनट में ही इमरजेंसी गेट खोले व सभी सकुशल बाहर निकाला गया। स्वजनों ने खंडवा में मैकेनिक नहीं होने पर नाराजगी जताई। पिछले पांच माह में लिफ्ट खराब होने की यह तीसरी घटना सामने आई है।