ओंकारेश्वर। सुशील विधानि।
नगर परिषद नगर को स्वच्छता अभियान में नंबर एक पर लाने के लिए पूरे प्रयास कर रही है। इसके बावजूद नगर में गंदगी और कचरे से नागरिक परेशान हैं। एक ओर जहां मच्छरों का प्रकोप है वहीं आवारा कुत्तों से भी लोग त्रस्त हैं।
नगर में बढ़ती गंदगी व जाम नालियों के कारण मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। इससे आमजन परेशान तो हो रहे हैं, वहीं बीमारियों का भी अंदेशा बना रहता है। जिम्मेदार अधिकारियों का इस ओर कोई ध्यान नहीं है। टीफा मशीन भी बस सजावट की सामग्री बन कर रह गई है। लोगों में चर्चा है कि टीफा मशीन का उपयोग सिर्फ कागजों पर ही होता है।मौसम परिवर्तन के सांथ ही विगत कुछ दिनों से नगर में मच्छरों का प्रकोप बढ रहा हैं।परिषद् के जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारियों की लापरवाही के चलते सर्दी,खांसी,वायरल बुखार जैसी बिमारिंयां फैलने का अंदेशा बना हुआ हैं।नर्मदा में आई बाढ़ के बाद घाटों पर उखड़ी टाइल्स की ओर अब तक ध्यान नहीं दिया गया। नालीयां भी पत्थरों से भर जाने के कारण पानी की निकासी अवरुद्ध हो ही रही वही गंदगी के कारण बदबू रहती है।नगर में नालियों की नियमित रूप से सफाई नहीं हो पा रही। उधर खुजली वाले कुत्तों से भी लोग परेशान हैं। यह लोगों में बीमारी फैला रहे हैं। ओंकारेश्वर मंदिर के आसपास वाले क्षैत्र में भी नियमित रूप से सफाई नहीं हो पा रही। परिषद के पास मच्छर भगाने वाली धुआं करने की मशीन उपलब्ध है, लेकिन इनका उपयोग नहीं हो पा रहा। ओंकारेश्वर की सफाई व्यवस्था सोशल मिडिया में चार चांद लगा रही हैं तो वहीं समस्या जस की तस बनी हुई है। रहवासियो ने नगर में पर्याप्त सफाई एवं किटनाशक दवाई के छिड़काव की मांग की हैं। इस संबंध में मुख्य नपा अधिकारी को फोन लगाया लेकिन संपर्क नहीं हो पाया।