खंडवा। खाने का जायका बढ़ाने वाली प्याज अब जेब का जायका बिगाडऩे लगी है। प्याज के आसमान छूते भाव आम आदमी के आंसू निकाल रहे हैं। महंगे होते प्याज की कीमत कम होने का नाम नहीं ले रही है। हर रोज प्याज के दाम बढ़ते ही जा रहे हैं। मध्य प्रदेश में प्याज की कीमत 120 से 150 रुपये किलो तक पहुंच चुकी है। इन सबके बीच किसान इस मौके का फायदा उठाने की भरपूर कोशिश में लगे है और समय से पहले ही प्याज की फसल को निकाल कर बाजार में बेच रहे है।
बारिश के चलते प्याज की फसल को नुकसान पहुंचा है। पैदावार कम होने से प्याज की आवक पर असर पड़ा है और बड़ी मंडियों में स्टॉक करने वाले विक्रेता इसे महंगे दामों पर बेच रहे हैं। प्याज की किल्लत के कारण बाजार में इसके भाव 100 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गए हैं। प्याज की फसल को पक कर पूरी तरह से तैयार होने में करीब पांच महिने का समय लगता है लेकिन बाजार में बढ़े दाम देखकर ज्यादातर किसानों ने 50 दिन पहले ही प्याज निकालनी शुरू कर दी है। जिसके चलते में बाजार में बिकने वाली प्याज महंगी होने के बाद भी क्वालिटी वाली नहीं मिल पा रही है।
दरअसल, कच्ची प्याज के भाव भी 60-70 रुपए प्रति किलो तक मिल रहे हैं। इसलिए प्याज पूरी तरह विकसित होने से पहले ही ज्यादातर किसानों ने इसका सौदा बाहर के व्यापारियों से कर लिया है। खेतों से प्याज उखाडक़र सीधे मंडी में पहुंचाई जा रही है। किसानों का कहना है कि एक-डेढ़ महिने बाद बाजार में प्याज की आवक बढ़ जाएगी। जिसके बाद प्याज की कीमत बहुत ही कम हो सकती है। ऐसे में फसल की लागत निकालना भी मुश्किल हो जाता है। ऐसे में फसल की लागत निकालने और नुकसान से बचने के लिए यही तरीका बचा है।