घरवालों से त्रस्त होकर दो बच्चियां आजमगढ़ से पहुंची खंडवा, समाजसेवियों ने मदद के लिए बढ़ाए हाथ

खंडवा

खंडवा, सुशील विधानी। खंडवा (khandwa) में दो बच्चियां मिली हैं जो घरवालों से परेशान हो कर आजमगढ़ (azamgarh) से खंडवा भाग आई हैं। किस्मत का लेखा कब, कैसे और कहां पलट जाए, कोई नहीं जानता! यह दुनिया दुख और सुख भरी है। कभी किसी की जिंदगी में उजाला ही उजाला दिखता है। तो कभी अंधेरगर्दी मच जाती है। दादाजी की नगरी खंडवा इन मासूम बच्चियों को अपने पास खींच लाई, जिन पर दुखों का पहाड़ लंबे समय से टूट रहा था। अपने ही उन्हें दर्द दे रहे थे। बस उनका कसूर यह था कि उनके माथे से मां बाप (parents) का साया उठ चुका था। वे बड़े भैया तथा भाभी के रहमो करम पर पल रही थी।

यह भी पढे़ं… राम विलास पासवान की पार्टी LJP बिखरी, अकेले पड़े चिराग, 5 सांसदों ने बनाया अलग गुट


About Author
Pratik Chourdia

Pratik Chourdia

CTO & Digital Head of MP Breaking News