MP News : मध्य प्रदेश के भाजपा विधायक ने विधानसभा में एक अनोखी मिसाल पेश की है। जिसके बाद वह चर्चाओं में बने हुए हैं। बताया जा रहा है कि चेतन कश्यप ने विधायक के तौर पर मिलने वाले वेतन, भत्ते और पेंशन लेने से इनकार कर दिया है। बड़ी बात यह है कि उन्होंने पिछली दो विधानसभा में भी भत्ते नहीं लिए थे। उन्होंने विधानसभा में इसका ऐलान करते हुए कहा कि वह अपना खर्च उठाने में सक्षम है इसलिए उनको दी जाने वाली राशि को विधानसभा कोष में ही जमा किया जाना चाहिए। उस राशि का प्रदेश के विकास एवं जनहित के कार्य में इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
‘राष्ट्रसेवा और जनहित मेरा उद्देश्य’ – विधायक चेतन कश्यप
"राष्ट्रसेवा और जनहित ही मेरा ध्येय है"
विधायक के रूप में प्राप्त होने वाले वेतन-भत्तों को पूर्व के दो कार्यकालों की तरह नही लेने की विधानसभा में घोषणा की।
विधायक के रूप मुझे प्राप्त होने वाले वेतन, भत्ते एवं पेंशन जनकल्याण के कार्य में उपयोगी हो, यही मेरा ध्येय हैं।" pic.twitter.com/o2gyZDIMko
— Chetanya Kasyap (मोदी का परिवार) (@ChetanyaKasyap) December 21, 2023
जानकारी के मुताबिक, चेतन कश्यप रतलाम विधानसभा क्षेत्र से तीसरी बार विधायक निर्वाचित हुए हैं। उन्होंने विधानसभा में भी पहले ही वकतव्य में विधानसभा अध्यक्ष के सामने अपना पक्ष रख दिया। वहीं गुरुवार के दिन मध्यप्रदेश विधानसभा के नव नियुक्त विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर के समक्ष चेतन कश्यप ने ये ऐलान किया। उन्होंने सदन में ऐलान करते हुए कहा कि राष्ट्रसेवा और जनहित मेरा ध्येय है। इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए मैं राजीनित में आया हूं।
पिछली दो विधानसभा में भी नहीं लिए थे भत्ते
किशोरावस्था से ही समाजसेवा के कार्यों में अग्रसर हूं तथा कई सेवा संस्थानों में प्रकल्पों का संचालन कर रहा हूं। ईश्वर ने इस योग्य बनाया है कि जनसेवा में थोड़ा सा योगदान कर सकूं। इसी तारतम्य में विधायक के रूप में मिलने वाले वेतन भत्ते एवं पेंशन नहीं लेने का निश्चय किया है। पिछली दो विधानसभा में भी भत्ते नहीं लिए थे। मैं चाहता हूं कि मुझे प्राप्त होने वाले भत्ते एवं पेंशन का राज्यकीय कोष से आहरण न हों ताकि उस राशि का सदुपयोग प्रदेश के विकास एवं जनहित के कार्य हो सकें।