ह्यूमन ट्रैफिकिंग – मंडला की 12 लड़कियों को लाया गया उत्तरप्रदेश के हाथरस

mandla grils brought to hathras

मंडला,डेस्क रिपोर्ट। उत्तरप्रदेश के हाथरस गैंगरेप (Hathras gangrape of Uttar Pradesh)  का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था और वहां से एक और चौकाने वाला मामला सामने आया है, जहां मध्यप्रदेश के मंडला (Mandla) जिले की 12 युवतियों को हाथरस लाया गया था। दरअसल, बीती रात हाथरस के बस स्टैंड (Hathras Bus Stand) पर एक नाबालिग लड़की (Minor girl) रोती हुई मिली थी,जिसकी सूचना तुरंत पुलिस को दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर लड़की से पूछताछ की तो लड़की ने बताया कि उसके साथ 11 और लड़कियों को मध्यप्रदेश के मंडला से हाथरस लाया गया है, जिसके बाद पूरा मामला ह्यूमन ट्रैफिकिंग (Human trafficking) का समझ आ रहा है।

ह्यूमन ट्रैफिकिंग का मामला


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Gaurav Sharma

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।