Mandla News: मंडला जिले के नैनपुर विकासखंड के ग्राम पिंडरई में दो पुलिसकर्मियों द्वारा मासूमों की पिटाई करने का मामला सामने आया है। नैनपुर नगर के प्रतिष्ठित व्यापारी सुनील खंडेलवाल और उनके बेटे मालन व्यापारिक काम कर लौट रहे थे, तभी पिंडरी में चल रहे क्रिकेट टूर्नामेंट मैदान के सामने फैंड्री चौकी में पदस्थ 2 पुलिसकर्मी नशे की हालत में गाड़ी रोक कर पिता और पुत्र दोनों के साथ बेरहमी से मारपीट की। हालांकि मौके पर खड़े लोगों ने मारपीट को रोकने का प्रयास किया। सुनील खंडेलवाल की हालत गंभीर हो गई। जिसकी जानकारी नैनपुर में परिवारजनों को दी गई।
पुलिस कर्मियों ने लगाए ये आरोप
यह मामला रविवार रात का है। जानकारी लगते ही परिजन मौके पर पहुंचे। जिसके बाद देखा कि पिंडरई चौकी में पदस्थ ओंकार और एक अन्य साथी के द्वारा सुनील खंडेलवाल का मोबाइल छीन लिया गया है। मोबाइल में वीडियो बनाने का आरोप लगाते हुए उनकी बेरहमी से पिटाई की गई। वीडियो में देखा जा सकता है कि किस प्रकार पुलिस कर्मी पटक-पटक कर उनकी पिटाई कर रहे हैं। इसके बाद मौके पर नैनपुर थाना प्रभारी और अन्य स्टाफ मौके पर पहुंचा और मामले को शांत करवाया।
सुनील खंडेलवाल को नैनपुर सिविल अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद भर्ती कराया गया। जहां करीब 2 घंटे भर्ती रहने के बाद परिवार और अन्य सामाजिक एवं व्यापारी लोगों ने पुलिस पर दबाव बनाया। जिसके बाद पुलिस आरक्षक रंजीत और प्रधान आरक्षक ओम प्रकाश को मौके पर लेकर आई। वहीं रात करीब 3:00 बजे ड्यूटी में पदस्थ डॉ पंकज चौधरी के द्वारा सुनील खंडेलवाल को जिला चिकित्सालय के लिए रेफर कर दिया गया।
नैनपुर पुलिस ने कार्रवाई के नाम पर आश्वासन देकर मामला कराया शांत
घटना के बाद देर रात पुलिस के वरिष्ठ आला अधिकारियों को इस मामले की जानकारी दी गई। साथ ही जनप्रतिनिधियों को इस बात से अवगत कराया गया। रात में पुलिस के द्वारा कहा गया कि सुबह 10:00 बजे आरक्षक एवं प्रधान आरक्षक के खिलाफ नोटिस जारी कर कार्यवाही की जाएगी। बाद में ऐसा कुछ भी नहीं हुआ।
सुबह होते ही पुलिस ने बदला अपना रूप
नैनपुर पुलिस के द्वारा आरक्षक एवं प्रधान आरक्षक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया गया था। लेकिन अब पुलिस सुनील खंडेलवाल और उनके बेटे के खिलाफ एसटी एससी एक्ट के तहत FIR दर्ज करने की बात कर रही है। जिसके कारण पुलिस प्रशासन पर कई सवाल उठायें जा रहे हैं। घटना का वीडियो भी तेजी से वायरल हो रहा है। अब देखना होगा कि आगे की कार्रवाई किस प्रकार होगी!
About Author
Manisha Kumari Pandey
पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है।
अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"