पकड़ा गया घूसखोर कार्यवाहक प्रधान आरक्षक, लोकायुक्त पुलिस ने 15 हजार रुपये की रिश्वत लेते किया ट्रैप

लोकायुक्त पुलिस ने आरोपी कार्यवाहक प्रधान आरक्षक के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई। विवेचना में सारे तथ्यों की जांच की जाएगी।

Amit Sengar
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Lokayukta Action : मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने प्रदेश में भ्रष्टाचार पर जीरो टोलरेंस के निर्देश दिए हैं, इसके बावजूद भी हर दूसरे दिन कहीं न कहीं लोकायुक्त रिश्वतखोर सरकारी मुलाजिमों को घूस लेते हुए रंगे हाथों पकड़ रहा है।

सीएम के निर्देश पर लोकायुक्त पुलिस टीम एक्टिव नजर आ रही है, इसी क्रम में मंदसौर जिले में उज्जैन लोकायुक्त पुलिस की टीम ने आज कार्यवाहक प्रधान आरक्षक को 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।

पीड़ित ने उज्जैन लोकायुक्त एसपी ऑफिस में दिया आवेदन

उज्जैन लोकायुक्त पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक मंदसौर जिले के तहसील भानपुरा ग्राम मानपुरा के रहने वाले पप्पू सिंह सौंधिया पिता मानसिंह सौंधिया ने एक शिकायती आवेदन एसपी ऑफिस में दिया था जिसमें कार्यवाहक प्रधान आरक्षक मुकेश चौहान पर रिश्वत मांगे जाने के आरोप लगाये गए थे।

पुलिस कॉन्स्टेबल ने मांगी 15,000 रुपये की रिश्वत

फरियादी पप्पू सिंह सौंधिया ने आवेदन में बताया कि उसके भाई ईश्वर सिंह, अन्य व्यक्ति तूफान सिंह और बंशीलाल के खिलाफ भानपुरा पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया था। जिसकी जमानत देने की कागजी कार्रवाई के लिए कार्यवाहक प्रधान आरक्षक मुकेश चौहान ने 15 हजार रुपए मांगे थे। पुलिस अधीक्षक ने शिकायत का सत्यापन कराया और तो शिकायत सही पाई गई। फिर एक टीम का गठन कर ट्रैप प्लान की गई।

police constable

रिश्वत (Bribe) लेते पुलिस कॉन्स्टेबल रंगे हाथ गिरफ्तार

ट्रैप दल आज 16 दिसंबर को भानपुरा थाने के लिए रवाना हुआ और आज निर्धारित समय पर आवेदक ने आरोपी कार्यवाहक प्रधान आरक्षक मुकेश चौहान को 15000 रुपये दिए। वैसे ही लोकायुक्त की टीम ने भ्रष्टाचारी पटवारी को रंगे हाथों पकड़ा लिया। इस पूरे मामले में आरोपी के खिलाफ लोकायुक्त पुलिस ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई। विवेचना में सारे तथ्यों की जांच की जाएगी।

मंदसौर से राकेश धनोतिया की रिपोर्ट


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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