MP News : मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले के सीतामऊ तहसील के ग्राम खेजडीया में हनुमंत कथा करने पहुंचे बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का गुरुवार को दिव्य दरबार लगा। मंच से उन्होंने कहा कि वे 15 जून के बाद दो तीन दिनों तक एकांतवास पर रहेंगे। इसी दौरान पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि हमारे देश में अभी भी बच्चों को पूरी तरह से पता नहीं हैं कि सनातन धर्म क्या हैं। हाल ही में आई द केरला स्टोरी फिल्म में एक सवाल पूछा गया था कि सनातन धर्म क्या है। अब इसका जवाब देने के लिए ही हम एक पुस्तक लिख रहे हैं।
सजा दिव्य दरबार
बता दें कि दिव्य दरबार के दौरान एक पुलिसकर्मी अपनी पत्नी के साथ पहुंचे। उन्होंने अपनी पीड़ा बताते हुए बागेश्वर बाबा से कहा कि उनकी बहू संत रामपाल बाबा की भक्त है। वह हमें घर में पूजा-पाठ नहीं करने देती है। कहती है कि मूर्ति पूजा नहीं करना। वह बाबा रामपाल भक्ति के लिए दबाव बनाती है। जबकि वे भगवान शिव की आराधना करते हैं। इस पर धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि संतों को वे नमन करते हैं, लेकिन कोई भी संत भगवान से बड़ा नहीं है। कोई संत हमारी धर्म संस्कृति पर प्रहार करेगा तो कोई हिन्दू इसे सहन नहीं करेगा। उन्होंने संत रामपाल के अनुयाइयों को भी संदेश दिया की, भगवान को नहीं मानने वाले संत के संदेश को नहीं मानें… और माता-पिता और भगवान की नियमित पूजा करें।
पं. शास्त्री ने कहा हनुमान जी कलयुग के राजा हैं और उनकी पूजा मात्र से सभी कष्ट दूर होते हैं। दिव्य दरबार के बाद धीरेंद्र शास्री ने प्रेत दरबार भी लगाया, जिसमें प्रेत बाधा से बाधित लोगों को मुक्ति दिलवाने का दावा किया। जब प्रेत दरबार का आयोजन चल रहा था, तब मंत्री हरदीप सिंह डंग भी वहां मौजूद थे। साथ ही इस कथा में वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा, भाजपा के राष्ट्रीय सह कोषाध्यक्ष सांसद सुधीर गुप्ता भी पहुंचे थे।
गौरतलब है कि पं. शास्त्री इस समय देश को हिंदू राष्ट्र बनाने को लेकर काफी सक्रिय हैं और कथा में कई बार इसका जिक्र भी कर रहे हैं। वहीं आज 4 बजे से रात 8 बजे तक हनुमंत कथा के पश्चात प्रसिद्ध श्याम भजन गायक कन्हैया मित्तल के खाटू श्याम भजन संध्या का आयोजन रखा गया है।
मंदसौर से राकेश धनोतिया की रिपोर्ट