Mandsaur News: मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले में बड़ी लूट की घटना का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने लूट का खुलासा करते हुए दो आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि एक आरोपी अभी भी फरार है। पुलिस को आरोपियों के पास से 36 लाख रुपए की नकदी और लूट में प्रयुक्त सामान को बरामद किया है।
ये है पूरा मामला
मंदसौर जिले के पिपलियामंडी के रहने वाले 43 साल के कन्हैयालाल जैन के सिर पर दो अज्ञात बदमाशों ने कृषि मंडी के सामने आईआईसीआई बैंक रोड पर बेसबाल के डंडे से हमला कर के 38 लाख 90 हजार रुपए से भरे बैग को लेकर बाइक से भाग गए थे। यह लूट का मामला पुलिस के संज्ञान में आने के बाद बड़ी कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। इस मामले में पुलिस ने शनिवार को जानकारी दी कि लूट की घटना के बाद आरोपी गुड़मेली रोड की ओर भागे थे। जहां जिला पुलिस और सीमावर्ती पुलिस ने आरोपियों का पीछा किया गया। साथ ही गांव के लोगों ने भी आरोपियों का पीछा किया गया। इस दौरान आरोपी बाइक छोड़कर फरार हो गए। वहीं पुलिस को तुरकिया चौथखेड़ी के पास देवस्थान के जंगलों में लूट का बैग बरामद हुआ। पुलिस ने जब बैग की तलाशी ली तो 36 लाख रुपए की नकदी बरामद हुई।
बाइक के जरिए आरोपियों की गई शिनाख्त
लूट का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि आरोपियों की शिनाख्त घटनास्थल से बरामद सफेद रंग की बाइक के जरिए हुई। बाइक के इंजन और बॉडी नंबर से पुलिस ने बाइक के मालिक का पता लगा। जहां पुलिस द्वारा मंदसौर के खानपुरा इलाके के रहने वाले से पूछताछ की तो उसने बाइक को तीन साल पहले नाहर सैयद रोड इलाके के रहने वाले अरबाज को बेच दी थी। इस जानकारी के बाद पुलिस ने इस मामले के आरोपी अरबाज को गिरफ्तार कर लिया। इसने पूछताछ में पुलिस को बताया कि इस वारदात को रतलाम जिले के विक्रमगढ़ आलोट इलाके के अपने साथी मुबारिक खां के साथ की थी। वहीं अरबाज के दोस्त खानपुरा निवासी आरोपी असलम मेव को भी इस मामले की रैकी और साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। जो कि कन्हैयालाल को पैसे ले जाने के बारे में बताया था। पुलिस द्वारा इन दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि अभी तीसरा साथी मुबारिक खां पुलिस की गिरफ्त से फरार है। पुलिस ने इस संबंध में पूछताछ कर रही है। पुलिस को लूट की घटना में इस्तेमाल की गई पिस्टल, मोटरसाइकिल और 36 लाख की नकदी जब्त की है। आपको बता दें इस मामले में पुलिस अधीक्षक अनुराग सुजानिया, एसएसपी गौतम सोलंकी और अनुविभागीय अधिकारी मल्हारगढ़ नरेंद्र सोलंकी ने टीम का गठन कर आरोपियों को गिरफ्तार किया था।