मुरैना| संजय दीक्षित| रेत माफिया (Sand Mafia) बरसात से पहले चंबल नदी (Chambal River) से प्रतिबंधित रेत का उत्खनन कर डंप करने में जुटा हुआ है। इसी सूचना पर रविवार को वन विभाग और पुलिस की टीम ने चम्बल किनारे राजघाट के आसपास बड़ी कार्रवाई की हैं। इस दौरान वन विभाग (Forest Department) की टीम ने डंप किया गया सैंकड़ों ट्रॉली रेत थ्रीडी मशीन से मिट्टी में मिलाकर नष्ट कराया गया। इसके साथ ही चंबल नदी की ओर जाने वाले रास्तों के बीच में मशीन से गड्ढे भी कराए गए। जिससे कोई वाहन वहां तक नहीं पहुंच सके।
इतनी तादात में रेत डंप था कि कार्रवाई लगातार जारी थी।चम्बल के क्षेत्र में रेत माफिया सक्रिय हैं जो चंबल नदी से लगातार उत्खनन कर रहा है।रविवार को वन विभाग और पुलिस के आलाधिकारी पूरे अमले को साथ लेकर चम्बल के राजघाट पर पहुंचे। जहां चारों तरफ रेत के बड़े बड़े ढेर रखे हुए थे। इस दौरान जेसीबी मशीन चलाकर इस रेत को मिट्टी में मिलाकर फैलाया गया। जिससे इसका उपयोग न हो सके। वहीं घाटों पर जाने के लिए माफिया ने कई रास्ते बना लिए थे। इन रास्तों के बीच में कई जगह गड्ढे किए गए। जिससे माफिया के ट्रैक्टर घाटों तक नहीं पहुंच सकें।चम्बल के राजघाट पर रखा काफी संख्या में डंप रेत को फैलाया गया है। ये कार्यवाही शाम तक जारी रहेगी। जिसमें करीब हज़ारों ट्रॉली रेत नष्ट कर दिया जाएगा।वही डंप रेत को नष्ट करा दिया गया हैं ताकि रेत कारोबारी उसे फिर से भरकर नहीं ले जा पाएं। जबकि चंबल नदी के रेत के व्यवसाय पर पूरी तरह से प्रतिबंध है।उसके बावजूद अवैध रेत का उत्खनन धड़ल्ले से जारी हैं।वहीं एक तरफ वन विभाग पर सवालियां निशान खड़े होते है कि अगर डंप रेत पर कार्यवाही करनी थी तो सुबह करनी चाहिए थी जब हज़ारों की तादाद में रेत से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली निकलती हैं।उस समय विभाग मौन बनकर बैठा हुआ था।जब सारे ट्रैक्टर ट्रॉली निकल जाते है तब विभाग वाह वाही लूटने के भारी संख्या में बंदूकों से लैस कर्मचारी और ड्रोन लेकर कार्यवाही करने के लिए जाता हैं,उसके बाबजूद भी उनके हाथ कुछ नही मिलता हैं।