कृषि मंत्री एदल सिंह कंषाना का बड़ा बयान, द्वेष भावना से झूठे मुकदमे दर्ज करते हैं टीआई, मैंने शिकायत की है

मुरैना सिटी कोतवाली टीआई पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि मैंने कई बार शिकायत की है, आठ दिन पहले ही की है। मुरैना टी आई द्वेष भावना से झूठे मुकदमे दर्ज करते हैं कई प्रकरण मेरे सामने ऐसे आये हैं।

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Morena News : मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री एदल सिंह कंषाना ने मुरैना सिटी कोतवाली टीआई पर द्वेष भावना से झूठे मुकदमे दर्ज करने के गंभीर आरोप लगाये हैं, मंत्री जी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि बहुत से प्रकरण मेरी जानकारी में है और मैंने टी आई की शिकायत मुख्यमंत्री से की है।

भाजपा ने शुक्रवार को केंद्र और राज्य सरकार की उपलब्धियां गिनाने के लिए मुरैना में शुक्रवार को एक पत्रकारवार्ता आयोजित की, पत्रकार वार्ता में मुरैना सांसद शिवमंगल सिंह तोमर और मुरैना से विधायक मप्र सरकार के कृषि मंत्री एदल सिंह कंषाना शामिल हुए, उन्होंने सरकार की तारीफ करते हुए आंकड़े गिनाये लेकिन मुरैना की बदहाल कानून व्यवस्था के सवाल पर पुलिस को निशाने पर लिया।

कृषि मंत्री कंषाना बोले- द्वेष भावना से झूठे मुकदमे दर्ज करते हैंमुरैना कोतवाली टी आई 

कृषि मंत्री एदल सिंह कंषाना से एक पत्रकार ने जैसे ही कानून व्यवस्था पर सवाल पूछा वे तपाक से बोले, मुरैना में कानून व्यवस्था की स्थिति अच्छी नहीं है। उन्होंने मुरैना सिटी कोतवाली टीआई पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि मैंने कई बार शिकायत की है, आठ दिन पहले ही की है। मुरैना टी आई द्वेष भावना से झूठे मुकदमे दर्ज करते हैं कई प्रकरण मेरे सामने ऐसे आये हैं, मंत्री ने टी आई आलोक परिहार के व्यवहार पर टिप्पणी की और आरोप लगाया कि लोगों ने शिकायत की है कि वे अभद्र व्यवहार करते हैं।

सांसद तोमर ने कहा हमने उचित जगह शिकायत की है , जल्दी एक्शन दिखेगा 

जब मीडिया ने सवाल किया कि आपके शिकायत करने के बाद भी असर नहीं हो रहा तो मंत्री कंषाना ने कहा कि सीएम खुद इसकी ख़ुफ़िया जाँच करा रहे हैं, सांसद शिवमंगल सिंह ने कहा कि मंत्री जी खुद स्वीकार कर रहे हैं कि मुरैना में कानून व्यवस्था ख़राब है, उन्होंने कहा कि हम लोग उचित जगह इसकी शिकायत कर रहे हैं जल्दी ही एक्शन दिखाई देगा।


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Atul Saxena

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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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