मुरैना में दबंगों का बोलबाला, पीड़ित की फरियाद पुलिस ने भी नहीं सुनी

Amit Sengar
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मुरैना,नितेंद्र शर्मा। मुरैना (morena) शहर में आए दिन मारपीट की वारदात आम होती जा रही है, जिले में दबंगों का बोलबाला इस कदर नजर आ रहा है की पुलिस भी इन दबंगों को रोकने में असफल होती नजर आ रही है कुछ इसी प्रकार का विवाद आज जिले के एसपी ऑफिस में देखने को नजर आया जहां पर दबंगों की दबंगई से पीड़ित परिवार एसपी ऑफिस में एसपी साहब के दरबार में अर्जी लगाता हुआ नजर आया।

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आपको बता दें कि मुरैना जिले के कैलारस तहसील के रहने वाले राम प्रकाश गौड़ जोकि हीरो हौंडा एजेंसी के सामने अपनी ही जमीन पर एक छोटी गुमठी लगाकर बैठता है। परंतु कल सुबह हीरो होंडा एजेंसी का मालिक प्रकाश पलिया 10 से 15 गुंडों को लेकर आया और रामप्रकाश के परिवार पर लाठी डंडों से हमला कर दिया, जिसमें रामप्रकाश को गंभीर चोट आई, और एक कान का पर्दा भी फट गया।

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इस मारपीट के दौरान रामप्रकाश की बेटी वहां पर मौजूद थी उसके संग भी अश्लील व्यवहार किया गया। रामप्रकाश बुरी तरीके से घायल हो चुका था अंततः उसके पुत्र व अन्य लोगों द्वारा उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, उसके बाद पुलिस कैलारस को इसकी सूचना की गई, पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एफ आई आर की और पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया, परंतु 2 घंटे बाद उन्हें छोड़ दिया गया।

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फरियादी एसपी आशुतोष बागरी के पास गुहार लेकर पहुंचे तो एसपी साहब ने कह दिया की पहले इनका इलाज कराओ आरोपियों को बाद में देखते है। प्रदेश में आचार संहिता लगी हुई है और ऐसे में जान से मारने के इरादे से आए मुजरिमों को f.i.r. करने के बाद पुलिस छोड़ देती है कमाल है।


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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