मुरैना, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (madhya pradesh) में भ्रष्टाचार (Corruption) का बड़ा मामला सामने आया है। दरअसल मुरैना (morena) के सबलगढ़ में एक TI को रिश्वत (bribe) लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है। इस कार्रवाई में लोकायुक्त पुलिस (lokayukt police) की भूमिका सराहनीय रही। सात हजार की रिश्वत लेते टीआई को ट्रैप किया गया है।
जानकारी के अनुसार सबलगढ टी आई नरेन्द्र शर्मा को सात हजार रुपये रिश्वत के आरोप में ट्रेप किया गया है। लोकायुक्त पुलिस को फरियादी ऋषिकेश गोस्वामी द्वारा शिकायत की गई थी कि सबलगढ टीआई नरेन्द्र शर्मा मेरी गाड़ी छोड़ने के एबज में सात हजार रुपये की मांग रहे है, जबकि में पंद्रह हजार रुपये पहले दे चुका हूं।इसके बाद भी 7 हज़ार रुपए के रिश्वत की मांग की जा रही है। ग्वालियर लोकायुक्त पुलिस द्वारा फरियादी के नोटो पर पावडर लगाकर भेजा गया था।
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फरियादी ऋषिकेश गोस्वामी ने टीआई नरेन्द्र शर्मा के चौकीदार महेन्द्र पाल को सात हजार रुपये दे दिये थे।उसके बाद महेंद्र पाल ने वही रुपये टीआई को थमा दिए।उसी वक्त लोकायुक्त टीम के द्वारा पाउडर से लगे रुपयों को जप्त कर लिया गया।उसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर पूछताछ की गई हैं।एसडीओपी गुरुवचन सिंह ने बताया कि सबलगढ़ थाना प्रभारी नरेंद्र शर्मा को मोटरसाइकिल को छोड़ने के एवज में फरियादी ऋषिकेश गोस्वामी से 7 हज़ार रुपए की रिश्वत की मांग करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
फरियादी ऋषिकेश का कहना है कि मेने कुछ दिन पहले नई मोटरसाइकिल खरीदी थी जिसे लेकर अपने घर की तरफ जा रहा था।एजेंसी वाले ने कागज नही दिए थे।टीआई ने कागज मांगे तो मैने मना कर दिया। उसके बाद उन्होंने मुझसे 7 हज़ार की रिश्वत और माँगी थी इससे पहले में 15 हज़ार रुपए दे चुका था ।टीआई को पकड़ने के बाद मुझे भी साथ मे कमरे में ले गए उसके बाद टीआई मुझे गाली गलौज करने लगा और धमकी दी।जिसके बाद मेरी जान को खतरा है।अगर मेरे साथ कोई वारदात होती हैं तो उसके जिम्मेदार टीआई साहब होंगे।इस कार्यवाही में डीएसपी पाराशर, टीआई बृजमोहन, सुरेन्द्र यादव एवं करीब एक दर्जन लोग टीम में शामिल थे।
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