Morena News : नीट पेपर लीक मामले को लेकर पूरे देश में घमासान मचा हुआ है। जहां एक तरफ सरकार मामले में सख्त कार्रवाई का भरोसा दिला रही है, तो वहीं दूसरी ओर विपक्ष इसे युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ व देश के साथ गहरी साजिश बताया जा रहा है। पेपर लीक को लेकर जारी हंगामे के बीच मध्य प्रदेश के मुरैना जिले से एक ऐसी तस्वीर सामने आई है, जो शर्मसार करने वाली है। जीवाजी विश्वविद्यालय की बीए, बीएससी द्वितीय वर्ष की परीक्षाएं शनिवार से शुरू हो गई हैं। पहले ही पेपर में मुरैना के केएस कॉलेज परीक्षा केन्द्र पर धड़ल्ले से नकल होने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
क्या है पूरा मामला
मुरैना जिले के परीक्षा केन्द्रों पर हो रही जेयू की परीक्षा पर सवाल उठ खड़े हुए हैं। नकल की शिकायत मिलने पर तहसीलदार ज्योति लक्षाकार शनिवार को बीच परीक्षा में केएस कॉलेज में निरीक्षण करने पहुंची। उन्हें देख नकलची परीक्षार्थियों में खलबली मच गई। तहसीलदार को सेंटर पर नकल के हालात मिले। कुछ परीक्षार्थी मोबाईल फोन से तो कुछ गाइड के माध्यम से नकल करते पाए गए। नकल करते पकड़े गए एक छात्र ने कान पकड़कर तहसीलदार के पैर छूकर माफी मांगी। इस दौरान निजी कॉलेजों के संचालक भी सेंटर पर मौजूद दिख रहे हैं। इस मामले में मुरैना एडीएम सीबी प्रसाद का कहना है केएस कॉलेज में नकल की शिकायत मिली है। अब अगला पेपर सोमवार को है, हम प्रशासन की टीमें परीक्षा केन्द्रों पर भेजेंगे। नकल किसी भी सूरत में नहीं होने देंगे।
प्राइवेट कॉलेजों में बने हर सेंटर पर नकल
सूत्रों के अनुसार जेयू ने मुरैना में जो भी प्राईवेट कॉलेज परीक्षा केन्द्र बनाए हैं, उन सभी पर नकल से पेपर हत कराए जा रहे हैं। इनमें से ज्यादातर सेंटरों पर ठेके पर नकल हो रही है। मोबाइल और गाइडों से सुनियोजित तरीके से नकल कराई जाती है। जो शिक्षक परीक्षा कक्षों में ड्यूटी कर रहे है, उनकी भूमिका पर भी प्रश्न चिन्ह लग रहा है। सरकारी कॉलेज के जो प्रोफेसर केन्द्राध्यक्ष हैं, वे नकल रोकने के बजाय छूट दे रहे हैं। बता दें कि इससे पहले यूजी तृतीय वर्ष की परीक्षा में भी बानमोर के सेंटर पर नकल का वीडियो वायरल हुआ था। जिस पर उच्च शिक्षा विभाग ने जांच कमेटी भेजी थी।
मुरैना से नितेन्द्र शर्मा की रिपोर्ट