Morena Lokayukta Action : प्रदेश में रिश्वतखोर अधिकारी-कर्मचारियों पर कार्रवाई का सिलसिला लगातार जारी है। लगभग हर दूसरे दिन कहीं न कहीं लोकायुक्त रिश्वतखोर अधिकारी-कर्मचारियों को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर रही है लेकिन इसके बावजूद भी रिश्वतखोरी के मामले कम नहीं हो रहे हैं। ताजा मामला मध्यप्रदेश के मुरैना जिले के तहसील कैलारस का है जहाँ कड़कड़ाती ठंड के बीच लोकायुक्त पुलिस की टीम ने पटवारी ब्रजकिशोर त्यागी को 4 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है।
पीड़ित ने ग्वालियर लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक ऑफिस में दिया आवेदन
ग्वालियर लोकायुक्त पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, फरियादी रोहित सिंह बादल पुत्र देवलाल सिंह बादल निवासी खुमानपुरा रोड कैलारस मुरैना का है जिसने एक शिकायती आवेदन पुलिस अधीक्षक कार्यालय में दिया था। जिसमें शिकायत की गई थी कि पटवारी द्वारा रिश्वत की मांग की गई थी।
पटवारी ने मांगी 5 हजार रुपये की रिश्वत
आवेदक रोहित सिंह बादल ने आवेदन में बताया कि उसके भाई के नाम के एक भूखंड था जिसके नामांतरण करवाने के लिए हल्का नंबर 42 पटवारी ब्रजकिशोर त्यागी तहसील कैलारस जिला मुरैना ने 5 हजार रुपए रिश्वत के तौर पर मांगे गए थे। फरियादी ने इसकी शिकायत लोकायुक्त में की। जबकि पटवारी ने एक हजार पहले ही ले लिए थे।
रिश्वत (Bribe) लेते पटवारी रंगे हाथ गिरफ्तार
शिकायत मिलने के बाद लोकायुक्त ने इसकी जांच की और सत्यता प्रमाणित होने पर एक ट्रैप दल बनाया, आज निर्धारित समय पर आवेदक ने तहसील कैलारस परिसर में आरोपी पटवारी ब्रजेश त्यागी को 4000रु रिश्वत दी। तो उसने अपने परिचित राजू श्रीवास को दिलवा दी और चालाकी बरतते हुए आवेदक को अपने साथ ही रखा जिससे आवेदक समय पर ट्रैप दल को सूचित नहीं कर सका। तभी पटवारी ने मौके से राजू श्रीवास को भगा दिया और स्वयं भी भागने के फिराक में था। आवेदक ने यह बात तहसील से बाहर आकर ट्रैप दल को बताई। टीम के द्वारा कार्रवाई करते हुए पटवारी ब्रजेश त्यागी को पकड़ा और राजू श्रीवास को तलाश किया जो नही मिला। इस पूरे मामले में दोनों आरोपी के खिलाफ लोकायुक्त पुलिस ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई। विवेचना में सारे तथ्यों की जांच की जाएगी।
मुरैना से नितेन्द्र शर्मा की रिपोर्ट