Morena News : प्रेमी के साथ मिलकर पत्नी ने की पति की हत्या, फिर खेत में गाढ़ दिया शव

Amit Sengar
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Morena Crime News : मुरैना जिले में प्रेमी के साथ मिलकर पत्नी ने अपने पति की हत्या को अंजाम दिया हैं। हत्या के बाद आधी रात को शव को घर के पीछे सरसों के खेत में दफना दिया। पुलिस ने 32 दिन बाद सोमवार को खेत में गढ़े शव को खोज निकाला। हत्या करने वाली पत्नी व उसके प्रेमी को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।

यह है पूरी घटना

यह पूरा मामला दिमनी थाना क्षेत्र के बुद्धापुरा गांव का बताया गया है। बुद्धापुरा के तुलाराम जाटव ने 3 फरवरी को स्टेशन रोड थाने में शिकायत दर्ज करवाते हुए बताया था कि उसका 35 वर्षीय बेटा रामहेत उर्फ लल्लू जाटव लापता है। पुलिस ने गुमशुदगी का केस दर्ज कर तुलाराम की तलाश की तो पुलिस को लल्लू जाटव की पत्नी रीना जाटव पर शक हुआ और उसके मोबाइल का रिकार्ड खंगाला गया तो पता चला कि रीना जाटव पड़ोस में रहने वाले सूरज पुत्र उत्तम सिंह जाटव से बात करती रहती है। पुलिस ने दोनों से अलग अलग पूछताछ की तो पता चला कि रीना व सूरज में अवैध संबंध थे। रीना प्रेमी सूरज के साथ रहना चाहती थी इसीलिए 26 जनवरी की रात जब लल्लू जाटव शराब के नशे में सोया हुआ था। तब रीना ने छत के रास्ते से प्रेमी सूरज को बुलाया और दोनों ने गला दबाकर लल्लू की हत्या कर दी। इसके बाद छत से शव को घर के पीछे सरसों के खेत में फेंक दिया और खेत के बीचोंबीच गड्ढा खोदकर शव को दफना दिया।

यह लोग घर छोड़कर भागे

बता दें कि पति की हत्या के बाद रीना ने आठ दिन बाद ससुर के साथ थाने जाकर पति की गुमशुदगी का केस भी दर्ज करवा दिया। हत्या करने वाले सूरज की निशानदेही पर पुलिस ने मंगलवार की दोपहर सरसाें के खेत से लल्लू जाटव का शव जब्त कर लिया। शव को ग्वालियर मेडिकल कालेज में पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। एसपी आशुतोष बागरी ने इस मामले का खुलासा करने वाली टीम को इनाम देने का ऐलान किया है। इस घटना का खुलासा और मृतक का शव मिलने के कुछ देर बाद बुद्धापुरा गांव के ग्रामीण इकट्ठा होकर एसपी आफिस पहुंचे। ग्रामीणाें ने कुछ संदेहियों के नाम भी बताते हुए कहा है, कि यह लोग घर छोड़कर भाग गए हैं। इनके घरों में ताला लगा है।
मुरैना से संजय दीक्षित की रिपोर्ट


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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