Morena Crime News : मुरैना जिले के कैलारस थाना क्षेत्र के पचेखा गांव के निवासी गब्बर सिंह सिकरवार को अज्ञात हमलावरों ने ताबड़तोड़ गोलियां मारी हैं, गब्बर सिंह की गंभीर हालत को देखते हुए कैलारस सामुदायिक हॉस्पिटल कैलारस में लाया गया जहा डॉक्टर के द्वारा गंभीर हालत को देखते हुए तुरंत मुरैना रेफर किया गया है। बताया जा रहा है की गब्बर सिंह को 3 गोलियां मारी गई हैं। हमलावर गोली मारने के बाद मौके से फरार हो गए। गोली की सूचना मिलते ही पचेखा गांव में तनाव का माहौल बना हुआ है।
यह है मामला
जानकारी के अनुसार पुरानी रंजिश को लेकर मामला बताया जा रहा है, गब्बर सिंह सिकरवार घर से अपने खेत के लिए जा रहा था तभी किरावली के हार में अपने खेतों पर जाते समय अज्ञात व्यक्तियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग की जिसमें उसको तीन गोली लगी हुई हैं। पुलिस को गोली चलने की सूचना मिली तो कैलारस थाना प्रभारी वेदेन्द्र सिंह कुशवाहा, एवं कैलारस एसडीओपी संजय कोच्छा मय फोर्स के तुरंत मौके पर पहुंचे तो जिसमे एक व्यक्ति को देखा तो खून से लथपथ पड़ा हुआ था। हमलावर गोली मारने के बाद मौके से फरार हो गए। मुरैना पुलिस अधीक्षक को सूचना मिलते ही चारों थानों की पुलिस को रवाना किया गया।
बता दें कि वर्ष 2020 में गब्बर सिंह सिकरवार के बड़े भाई पदम सिंह सिकरवार की सामने वाले पक्ष ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस केस में सोनू सत्याभान नामक आरोपी जेल से फरार हो गया था, जो आज भी फरार है तथा दूसरा आरोपी राहुल जेल में बंद है। इस केस में गब्बर सिंह अहम गवाह हैं, लिहाजा आरोपी पक्ष लगातार उन पर गवाही न देने का दवाब बना रहा था तथा उसने यहां तक कहा था कि अगर गब्बर सिंह ने अपने भाई के केस में हमारे खिलाफ गवाही दी तो उसे भी जान से हाथ धोना पड़ेगा, लेकिन गब्बर सिंह सिकरवार नहीं मान रहे थे, वह आरोपियों को सजा दिलाना चाहते थे। लिहाजा आरोप पक्ष लगातार उन पर गवाही न देने का दवाब बना रहा था तथा उसने यहां तक कहा था कि अगर गब्बर सिंह ने अपने भाई के केस में हमारे खिलाफ गवाही दी तो उसे भी जान से हाथ धोना पड़ेगा, लेकिन गब्बर सिंह सिकरवार नहीं मान रहे थे, वह आरोपियों को सजा दिलाना चाहते थे।
गांव में तनाव की स्थिति
उधर आरोपी सोनू सत्यभान फरार चल रहा था तथा लगातार फोन पर धमकियां दे रहा था। जब गब्बर सिंह नहीं माने तो उन लोगों ने मिलकर उनकी हत्या कर दी। इसके बाद मृतक के बेटे ने कैलारस थाना पुलिस पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं। साथ ही थाना प्रभारी को हटाने की मांग की गई है। जिसके बाद डॉक्टर के द्वारा शव का पोस्टमार्टम करने के बाद परिजनों को सुपुर्द कर दिया है। गांव में तनाव की स्थिति को देखते हुए पुलिस की चाक-चौबंद व्यवस्था कर दी गई है।
मुरैना से संजय दीक्षित की रिपोर्ट