पुलिस-प्रशासन ने पकड़ा 24 क्विंटल मिलावटी मावा

Morena News : जैसे-जैसे त्योहार पास आते जा रहे हैं लोगों की दिलचस्प मिठाइयों की तरफ बढ़ती जा रही है वैसे तो मध्य प्रदेश और राजस्थान दोनों में ही इस समय चुनावी त्यौहार भी मनाया जा रहा है परंतु इसी बीच में दीपावली का भी पर्व पड़ रहा है चुनाव हो या कोई त्यौहार लोग अपना मुंह आज भी मिठाई से ही मीठा करते हैं ऐसे में मिठाइयों की मांग हद से ज्यादा बढ़ जाती है बड़ी हुई मांग को पूरा करने के लिए मिठाई व्यापारी मिलावटी मावे का भी उपयोग करने में तनिक भी नहीं झिझकते हैं, ऐसे में होता यह है कि नकली मावा बनाने वाली फैक्ट्रियां धड़ल्ले से नकली मावा बनती हैं और उसे बाजार में उतरती है आज क्विंटल की तादात में मध्य प्रदेश और राजस्थान की सीमा पर बनी हुई अल्लाहबेली चौकी पर पकड़ा गया।

यह है पूरा मामला

मिली हुई जानकारी के अनुसार, ग्वालियर की ओर ले जाया जा रहा 24 क्विंटल मावा पकड़ा गया, राजस्थान की सीमा अल्लाह बैली की चौकी पर एसएसटी दल ने वाहनों की चैंकिंग करते समय लग्जरी बस से 4 क्विंटल मावा पकड़ा है। वहीं मुरैना से ग्वालियर भेजा जा रहा 20 क्विंटल मावा व बर्फी को नूराबाद पुलिस ने बोलेरो पिकअप वाहन से जब्त कर लिया है। खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने मावा व बर्फी के अलग- अलग सैंपल लेकर उनको जाँच के लिए स्टेट लेब भोपाल भेजा है।

गौरतलब है कि पकड़ा गया मावा व बर्फी मुरैना के मिठाई कारोबारी सुरेश गुप्ता निवासी श्रीराम कॉलोनी का है लोडिंग वाहन एमपी 06 जीए 3146 से पुलिस ने मावा के 10 कट्टे व बर्फी के 40 कट्टे जब्त किए हैं वहीं 50 कट्टों में 20 क्विंटल बर्फी मावा व बर्फी पाई गई है ये दुग्ध पदार्थ सिंथेटिक मावा के बनाए गए हैं और धौलपुर से बनकर मुरैना में स्टॉकिस्ट सुरेश गुप्ता के यहां आते हैं सुरेश गुप्ता अमानत मिठाइयों को ग्वालियर व अन्य शहरों में सप्लाई करता है। बता दें कि इस कारोबारी के यहां खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने 5 महीने पहले भी छापा मारा है इस तरह की कार्यवाही लगातार की जा रही है।
मुरैना से नितेन्द्र शर्मा की रिपोर्ट


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Amit Sengar

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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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