मुरैना, संजय दीक्षित। मुख्यमंत्री द्वारा पूरे मध्यप्रदेश में नशा का कारोबार करने वालों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत पुलिस महानिरीक्षक चंबल जॉन, पुलिस उपमहानिरीक्षक चंबल संभाग द्वारा पुलिस अधीक्षक मुरैना अनुराग सुजानिया को निर्देशित किया गया था। इसी निर्देशन में पुलिस अधीक्षक मुरैना द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हंसराज सिंह के निर्देशन में गाँजा तस्कर के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करते हुए एसडीओपी जौरा एसडीओपी अम्बाह के नेतृत्व में 2 टीमों का गठन किया गया।
पुलिस अधीक्षक अनुराग सुजानिया को मुखबिर द्वारा सूचना मिली थी कि आंध्र प्रदेश के राजमुंदरी जिला की तरफ से बड़ी मात्रा में गांजे की खेफ लेकर हथियारबंद लोगों के द्वारा ट्रक में सवार होकर मुरैना की ओर आने वाले है। इसी सूचना पर तुरंत कार्रवाई करते हुए एसडीओपी जौरा की टीम ने ट्रक की लोकेशन के आधार पर चेकिंग पॉइंट लगाकर कार्रवाई शुरू की।
कार्रवाई के दौरान ट्रक ड्राइवर अंधेरे का फायदा उठाकर कच्चे रास्ते से पोरसा की ओर भाग गया, जहां पर पहले से ही तैनात एसडीओपी अंबाह की टीम द्वारा उक्त सूचना पर से घेराबंदी कर ट्रक व ट्रक के साथ चल रही दो मोटरसाइकिलों को घेराबंदी करते हुए गिरफ्तार कर लिया गया।जिनमें से अंधेरे का फायदा उठाकर एक व्यक्ति भागने में सफल हो गया। पुलिस ने आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया हैं।
पुलिस ने ट्रक क्रमांक एमपी 06 एलएलसी 0963 की तलाशी ली तो उसके अंदर करीब 845 किलो गांजा भरा हुआ था। जिसकी कीमत करीब 1 करोड़ 70 लाख रूपए बताई गई है। आरोपियों के कब्जे से 315 बोर की बंदूक एवं 10 कारतूस भी जब्त किए गए हैं ।
पुलिस अधीक्षक अनुराग सुजानिया ने बताया कि कंटेनर के अंदर ड्राइवर सीट के पीछे बने केबिन में अवैध गांजा भरा हुआ था, जिसमें ट्रक और गांजे की कीमत करीब दो करोड़ रुपए अंकित की गई है। आरोपियों की संपत्ति के संबंध में जानकारी निकलवा कर कुर्की व संपत्ति को नष्ट करने की कार्रवाई भी की जाएगी। उक्त कार्रवाई में एसडीओपी सुजीत सिंह भदोरिया, एसडीओपी अम्बाह अशोक सिंह जादौन, पोरसा टीआई अतुल सिंह, उप निरीक्षक सचिन पटेल साइबर सेल प्रभारी, उपनिरीक्षक धर्मेंद्र मालवीय, उपनिरीक्षक शिवम चौहान, राहुल शुक्ला, आरक्षक अनिल दोहरे ,गजेंद्र लोधी, रविंद्र भदौरिया, आरक्षक सर्वजीत सिंह अहम भूमिका रही।