MP News : प्रदेश में साइबर क्राइम के मामले दिनों दिन बढ़ रहे हैं। साइबर ठग हर रोज नए-नए तरीके अपनाकर लोगों की खून-पसीने की कमाई एक झटके में उड़ा देते हैं। ऐसा ही मामला मध्य प्रदेश के मुरैना जिले की सबलगढ़ तहसील का है। जहाँ ठगों ने बीजेपी विधायक सरला रावत के भतीजे-भतीजी से 70 हजार रुपए ठग लिए। बताया जा रहा है कि इन दोनों के नंबर विधायक ने ठगों को दिए थे। इस पूरे मामले की शिकायत बेलगढ़ा थाने में की। पुलिस ने मामला दर्ज कर जाँच शुरू कर दी।
क्या है पूरा मामला
बता दें कि घटना 4 फरवरी 2024 की है, जब सबलगढ़ विधायक सरला रावत के फ़ोन पर एक अनजान व्यक्ति का कॉल आया। यह कॉल उनके पीएसओ ने रिसीव किया। कॉल करने वाले ने खुद को एसबीआई सबलगढ़ ब्रांच का मैनेजर बताया। उसने कहा कि बैंक में दो पद रिक्त हैं। इस बात की जानकारी पीएसओ ने विधायक को दी। विधायक के कहने पर पीएसओ ने उनके भतीजे और भतीजी के मोबाइल नंबर ठग को दे दिए। साथ ही भतीजे-भतीजी को वो नंबर दे दिया जिससे कॉल आया था। यह भी कहा कि इस नंबर से एसबीआई के मैनेजर का कॉल आएगा, वो जैसा कहें वैसा करते जाना।
ठग ने भतीजे से 45 तो भतीजी से 25 हजार रुपए ऐंठ लिए
अजय रावत ने बताया कि एमएलए सरला रावत मेरी बुआ हैं। बुआ ने 4 फरवरी को मुझे कॉल करके कहा कि इस नंबर 9984476638 से कॉल आएगा। वो जैसा कहें वैसा करते जाना। इसके बाद इसी नंबर से अजय को कॉल भी आया। कॉल करने वाले ने खुद को एसबीआई का मैनेजर बताया। दस्तावेज़ लेने के बाद नंबर 8953316456 पर 25 हजार रुपए स्थानांतरित करा लिए। इसके बाद 20 हजार रुपए और डलवाए।
अजय के मुताबिक, ठग ने उनके ताऊ की बेटी कामिनी को भी नौकरी का झांसा देकर पहले 5 हजार और फिर 20 हजार रुपए अपने खाते में डलवाए। उनसे और रुपए की डिमांड की तो अजय ने विधायक बुआ को तुरंत इस बात की जानकारी दी। ठग ने भतीजे से 45 तो भतीजी से 25 हजार रुपए ऐंठ लिए। मामला संदिग्ध लगने पर बीजेपी विधायक ने अपने स्तर पर जानकारी एकत्रित की तो खुलासा हुआ कि यह नंबर एसबीआई मैनेजर का नहीं है।
जाँच में जुटी पुलिस
पुलिस ने विधायक के भतीजे से ठगी करने वालों के नंबर को सर्विलांस पर डालकर जांच की तो यह नंबर उत्तर प्रदेश के सीतापुर का निकला है। अभी तक पुलिस ठगों की तलाश में सीतापुर नहीं गई है। पुलिस ने बताया कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
मुरैना से नितेन्द्र शर्मा की रिपोर्ट