Sahara India: एसपी ने बनाई एसआईटी, पीड़ितों ने की थी सिंधिया से शिकायत

Pooja Khodani
Published on -
sahara india

मुरैना, नितेन्द्र शर्मा। सहारा इंडिया (Sahara India) के ढाई हजार से ज्यादा खातेदारों की शिकायत को अब पुलिस ने गंभीरता से लिया है। मुरैना के एसपी (Morena SP) ने एसआईटी (SIT) का गठन कर ऐसे मामलों की हर सप्ताह में प्रगति रिपोर्ट मांगी है। बीजेपी नेता के नेतृत्व में दो दिन पहले केंद्रीय मंत्री सिंधिया से पीड़ितों ने सहारा द्वारा पैसे वापस न लौटाने की शिकायत की थी।

MP Government Job 2022: 966 पदों पर होगी भर्ती, 15 मार्च लास्ट डेट, जल्द करें अप्लाई

निवेशकों की रकम वापस न लौटाने के चलते देश भर में कुख्यात हो चली सहारा इंडिया कंपनी के खिलाफ मुरैना एसपी आशुतोष बागरी ने स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम यानी SIT गठित की है। इस टीम का नेतृत्व सीएसपी अतुल सिंह करेंगे और इसके साथ-साथ इसमें नौ इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर रखे गए हैं। यह टीम सहारा इंडिया के खिलाफ पंजीबद्ध मुकदमों की विवेचना करेगी और इसके साथ ही आरोपियों की गिरफ्तारी भी सुनिश्चित करेगी। एसपी ने यह भी निर्देश दिए हैं कि एसआईटी उन्हें हर सप्ताह अपने काम की प्रगति की रिपोर्ट भी देगी।

कर्मचारियों को जल्द मिलेगा होली गिफ्ट! 30000 से 2.30 लाख तक बढ़ेगी सैलरी, जानें DA पर बड़ी अपडेट

दरअसल दो दिन पहले जब केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) मुरैना जिले के दौरे पर आए थे तब बीजेपी के जिला मंत्री राजेंद्र शुक्ल ने उन्हें सहारा इंडिया के पीड़ितों के साथ मिलकर ज्ञापन दिया था। और इस ज्ञापन में मांग की थी कि सहारा प्रमुख सुब्रत राय के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर निवेशकों का पैसा वापस दिलवाया जाए। ज्ञापन में बताया गया था कि अकेले कैलारस, जौरा और सबलगढ़ क्षेत्र के ढाई हजार से ज्यादा निवेशकों के लगभग 70 करोङ रू सहारा में फंसे हुए हैं और परिपक्वता अवधि पूरी होने के बाद भी सहारा इंडिया यह पैसे वापस नहीं लौटा रहा है। सिंधिया ने इस शिकायत को गंभीरता से लिया था और एसपी को इस पर त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए थे।

 

Sahara India: एसपी ने बनाई एसआईटी, पीड़ितों ने की थी सिंधिया से शिकायत


About Author
Pooja Khodani

Pooja Khodani

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

Other Latest News