धारडी- माखनगंज सड़क मार्ग दे रही दुर्घटना को आमंत्रण

नीमच,कमलेश सारडा। मध्यप्रदेश राजस्थान के चित्तौड़ और कोटा से जोड़ने वाले 18 किलोमीटर के धारडी- माखनगंज सड़क मार्ग (dhardi makhanganj road) पिछले लंबे समय से सिस्टम की उदासीनता के चलते अपनी बदहाली पर आंसू बहाने को मजबूर है। उक्त सड़क मार्ग पूरी तरीके से जर्जर हालत में पहुंचकर बड़ी दुर्घटना को आमंत्रण दे रहा है। लेकिन अब तक जिम्मेदारों ने सड़क मार्ग की सुध नहीं ली है, जिसकी वजह से पूर्व में भी सड़क मार्ग पर गंभीर दुर्घटनाएं घटित हो चुकी है। और वर्तमान में भी वर्षा ऋतु के चलते सड़क मार्ग में पडे बड़े-बड़े गड्ढों मैं बरसात का पानी भरा होने के कारण आए दिन राहगीर गड्ढों में गिरकर घायल हो रहे हैं।

जर्जर सड़क मार्ग पर आए दिन जाम लगना आम बात हो गई है। लेकिन जिम्मेदारों के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही जबकि उक्त मार्ग पर सैकड़ों की तादाद में दो और चार पहिया वाहन प्रतिदिन निकलते हैं, इसी के साथ दुर्घटना में गंभीर घायलों और अन्य बीमारियों में गंभीर मरीजों को भी चित्तौड़ कोटा भीलवाड़ा में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध होने के कारण परिवारजन उन्हें लेकर पहुंचते हैं, जिन्हें मरीजों के साथ-साथ अपनी भी जान जोखिम में डालकर सफर करना पड़ता है जो चिन्ता का विषय है।


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Amit Sengar

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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है। वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”