Neemuch News : विधानसभा चुनाव के मध्य नजर प्रदेश कांग्रेस द्वारा अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की गई है। जिसमें नीमच जिले की मनासा विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 228 से पूर्व मंत्री और प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष नरेंद्र नाहटा को पार्टी द्वारा उम्मीदवार बनाया गया है। वहीं, अब नाहटा को उम्मीदवार बनाये जाने को लेकर कांग्रेस में विरोध के स्वर भी सुनाई देने लगे हैं।
संगठन के निर्णय को बताया गलत
दरअसल, मनासा के कांग्रेस नेता और जिला कांग्रेस के महामंत्री दिनेश राठौर ने संगठन के इस निर्णय को गलत बताया है और अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इस संबंध में उन्होंने एक पत्र नीमच जिला कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौरसिया के नाम लिखा है, जिसमें उन्होंने बाहरी और पैराशूट उम्मीदवार को टिकट देने जाने पर अपनी नाराजगी व्यक्त की।
‘बाहरी उम्मीदवारों को नहीं किया जाएगा बर्दाश्त’
साथ ही उन्होंने कहा कि मनासा विधानसभा 228 में कल इंडियन नेशनल कांग्रेस ने सूची जारी की है, उसमें मनासा विधानसभा से नरेंद्र नाहटा का नाम अधिकृत प्रत्याशी के रुप में घोषित किया है, जहां पर स्थानीय उम्मीदवार की आवश्यकता थी वहां कांग्रेस पार्टी ने एक पैराशूट और बाहरी उम्मीदवार को उतारा है जो कि कार्यकर्ताओं के भावनाओं के अनुकूल है। आगे उन्होंने कहा कि बाहरी उम्मीदवारों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जो व्यक्ति 10-15 साल से एक-एक कार्यकर्ताओं के गांव में कांग्रेस पार्टी को मजबूत कर रहे थे ऐसे आदमी को टिकट नहीं देकर कांग्रेस पार्टी ने कहीं-ना-कहीं निराशा का परिणाम उपलब्ध कराया है।
कांग्रेस के लिए निराशाजनक परिणाम- दिनेश राठौर
उन्होंने आगे कहा कि आने वाले समय में मनासा विधानसभा में जो पैराशूट उम्मीदवार उतारे हैं, इसका परिणाम मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी को भुगतना पड़ेगा। नरेंद्र नाहटा ने कभी भी मनासा विधानसभा की जनता की लड़ाई नहीं लड़ी है। वो 3 बार विधानसभा और 1 बार लोकसभा चुनाव हारे हुए हैं। उनकी उम्र 71 साल है, जिस उम्र में बाल-बच्चों की सेवा करनी चाहिए, उस उम्र में उन्हें टिकट दी गई है। ये कांग्रेस के लिए निराशाजनक परिणाम है।