Neemuch News: जैसे जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे सत्ता के मद में चूर नेताओं की हरकतें देखने को मिल रही हैं। ताजा मामला जावद का सामने आया है जहां राजस्व की अनापत्ति तत्काल जारी करने के लिए भाजपा के मंडल अध्यक्ष, नगर परिषद अध्यक्ष और अन्य ने पटवारी को जमकर धमकाया और दबाव बनाया। घटना के विरोध में पटवारी संघ ने अधिकारियों को ज्ञापन देकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
जानकारी के अनुसार जावद नगर परिषद अध्यक्ष सोहन माली एवं भाजपा मंडल अध्यक्ष सचिन गोखरू ने मंदिर की जमीन के मामले में पटवारी विजय सेवक को जमकर धमकाया। जिससे परेशान पटवारी सेवक की शुगर व ब्लड प्रेशर बढ़ गया। बताया जाता है कि नगर परिषद अध्यक्ष सोहन माली, राम जानकी मंदिर की भूमि पर दुकाने निर्माण करने के लिए राजस्व विभाग से अनापत्ति जारी करने के लिए पटवारी सेवक पर दबाव बना रहे थे। लेकिन बताते हैं कि यह जमीन राम जानकी मंदिर की है जिसका सर्वे नंबर 2019, 0.017 हेक्टेयर है एवं राजस्व खाते में दर्ज है। इस भूमि पर दुकानों का निर्माण कराकर वारे न्यारे करने की भरसक कोशिश की जा रही है।
भाजपा नेताओं के खिलाफ सौंपा ज्ञापन
शुक्रवार की शाम को पटवारी विजय सेवक पर तहसील कार्यालय के बाहर नगर परिषद अध्यक्ष सोहन माली, भाजपा मंडल अध्यक्ष सचिन गोखरू एवं अन्य लोगों ने पटवारी के साथ बदसलूकी की और धमकाया। इस घटना की जानकारी जब पटवारी संघ को मिली तो पटवारी संघ ने सामूहिक रूप से ज्ञापन देकर नगर परिषद अध्यक्ष सोहन माली एवं मंडल अध्यक्ष सचिन गोखरू एवं अन्य साथियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है। ज्ञापन के अनुसार अध्यक्ष सोहन माली और उपाध्यक्ष सूचित सोनी तहसील कार्यालय में पहुंच कर पटवारी विजय सेवक को काम में अड़ंगा लगाए जाने की बात कहते हुए मंत्री जी से उसकी शिकायत करने की बात कही। जब पटवारी सेवक ने उनसे पूछा की कौनसा अड़ंगा लगाया तो रामजानकी मंदिर की ज़मीन पर दुकाने बनाये जाने पर अड़ंगे लगाने की बात कहते हुए चिल्लाते हुए धमकाने लगे। इसी बीच वहां मंडल अध्यक्ष भी आ पहुंचे और उन्होंने भी पटवारी के साथ अभद्रता की।
पटवारियों के खिलाफ अप्शब्द कहने के आरोप
भाजपा नेताओ ने पटवारियों को चोर उचक्का, उठाईगिरा तक कहा और जमकर गालिया भी दी। घबराए पटवारी सेवक की तबियत खराब हो गई और उन्होंने वहां से चले जाना ही उचित समझा। पटवारी सेवक ने तहसील कार्यालय से जाने के बाद अधिकारियो और पटवारी संघ को घटना से अवगत कराया। तब एक ज्ञापन कलेक्टर नीमच के नाम सौंप कर भाजपा नेताओं पर कार्यवाही की मांग की।
भूमि राजस्व की या नगर परिषद की ?
उक्त भूमि राजस्व की है या नगर परिषद की, इस बारे में कहा नहीं जा सकता लेकिन राजस्व विभाग इस जमीन को मंदिर एवं नजूल की जमीन बता रहा है। वहीं नगर परिषद ने इस जमीन पर अपना अधिकार मानकर दुकान निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। सीएमओ से इस मामले में चर्चा करने के लिए फोन किया गया लेकिन उन्होंने भी फोन रिसीव नहीं किया। इस मामले में नगर परिषद अध्यक्ष सोहन माली का पक्ष जानने हेतु उनके मोबाइल नंबर 9752891011 पर फोन किया गया लेकिन उनके द्वारा फोन रिसीव नहीं किया गया।
तहसीलदार ने ज्ञापन लेने के बाद दिया ये आश्वासन
जावद तहसील के तहसीलदार देवेन्द्र कच्छावा ने कहा कि राम जानकी मंदिर की जमीन राजस्व की जमीन है। जिसकी जांच रिपोर्ट शीघ्र पेश की जाएगी। पटवारी संघ द्वारा ज्ञापन में बताया गया कि नगर परिषद अध्यक्ष एवं साथियों द्वारा पटवारी विजय सेवक के साथ अभद्रता की है। ज्ञापन के आधार पर जांच की जा रही है तथा शीघ्र ही उचित कार्रवाई की जाएगी।
नीमच से कमलेश सारडा की रिपोर्ट