नेताजी की आजाद हिंद फौज के एन्टी टैंक कमांडर पर यह खास खबर, मध्यप्रदेश से है जिसका नाता

Sanjucta Pandit
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Netaji Subhas Chandra Bose Birth Anniversary : आज स्वतंत्रता संग्राम के वीर नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की 127वीं जयंती है। जिसे पूरा देश पराक्रम दिवस के रूप में मना रहा है। नेताजी स्वयं तो गुमनाम रहे लेकिन आज़ादी के पन्नों में उनका नाम लिखा गया और आज दशकों बाद भी उन्हें वीरों की भांति याद किया जाता है। इस दिवस पर स्कूली बच्चों के बीच कई प्रकार की प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती है। इसी कड़ी में आज हम आपको नेताजी बोस के जीवन से जुड़ी एक ऐसी बात बताने जा रहे हैं जिसका खुलासा आज तक नहीं हो पाया है। जी हां, दरअसल नेताजी सुभाष चन्द्र बोस से जुड़ा एक रिश्तेदार/ परिवार मध्यप्रदेश की धरती देवास जिले की के बागली तहसील में रहते हैं। जिनके तार नेताजी की आजाद हिंद फौज से जुड़े हैं। आइए जानें विस्तार से…

स्व.सरदार तीरथ सिंह रीन

दरअसल, हम बात कर रहे हैं देवास जिले की बागली तहसील के निवासी स्व.सरदार तीरथ सिंह रीन की जो नेताजी की आजाद हिंद फौज में एंटी टैंक कमांडर थे। जिन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और आजादी के बाद भी गुमनामी भरा जीवन व्यतीत करते रहे। वे सादगीपसंद, स्वाभिमानी व्यक्ति थे, यहां तक की उन्होंने कभी भी किसी के आगे हाथ नहीं फैलाया। विपरीत परिस्थितियों में अपने संघर्ष व पारिवारिक जिम्मेदारियों का निर्वहन करने के लिए उन्होंने ट्रक ड्रायवरी की।

1992 में हुई थी मृत्यु

गुमनामी भरा जीवन जीते हुए 12 अगस्त 1992 को बागली में ही उनकी मृत्यु हो गई लेकिन आज तक उनके परिवार को वो सम्मान नहीं मिला, जिसके वे हकदार थे। उनके परिवार में इस समय उनकी पुत्रवधू कुलदीप कौर रीन सहित पौत्र व अन्य परिवार के सदस्य है। बागली में उनके निवास को आज भी फौजी भवन के रूप में ही जाना जाता है। वहीं, क्षेत्रीय लोगों की मांग है कि भारत की आजादी में अपना सब कुछ न्योछावर कर चुके नेताजी के साथी स्व.सरदार तीरथ सिंह रीन के परिवार को राज्य व केंद्र सरकार द्वरा उचित सम्मान देकर उनकी स्मृति में स्मारक का निर्माण करना चाहिए, जिससे आने वाली पीढ़ी भी आजादी के नायकों से प्रेरणा ले सके।

एमपी ब्रेकिंग न्यूज़ ने की थी पहल

नेताजी से जुड़े स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी स्व. तीरथ सिंह रीन को उचित सम्मान दिलाने के लिए एमपी ब्रेकिंग न्यूज़ ने 2 वर्ष पहले पहल भी आरम्भ की थी। परिणामस्वरूप स्थानीय स्तर पर प्रशासन द्वारा परिवार को सम्मानित किया गया था लेकिन राज्य सरकार द्वारा अभी तक किसी बड़े समारोह में आमंत्रित नही किया।

देवास से सोमेश उपाध्याय की खास रिपोर्ट 


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मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है।पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

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