शिवराज बोले- “हमारी सरकार हटने वाली नहीं, गले लगाने वाली सरकार है”

सीएम शिवराज सिंह चौहान

निवाड़ी, मयंक दुबे। मुख्यमंत्री शिवराज सिह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने कहा है कि बीजेपी (BJP) की मध्यप्रदेश सरकार किसी भी जनहित के मुद्दे पर हटने वाली नहीं, बल्कि समाज के हर वर्ग को गले लगाने वाली सरकार है। शुक्रवार को शिवराज उपचुनाव के प्रचार के लिये पृथ्वीपुर पहुंचे थे।

Shivraj के सिंगल क्लिक से किसानों को होगा यह बड़ा फायदा, कांग्रेस ने की आपत्ति

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (kamalnath) पर तंज कसते हुए कहा है कि कमलनाथ दादा मुख्यमंत्री बनते ही वल्लभ भवन में कंबल ओढ़ के सो गए। उनके पास कोई जाता था तो वह कहते थे ‘चलो चलो’। शिवराज ने यह भी कहा कि अब कमलनाथ को इस बात पर भी आपत्ति है कि शिवराज बार-बार क्यों चुनावी क्षेत्र में जा रहे हैं। गरीब लोगों के यहां भोजन क्यों कर रहे हैं और रात्रि विश्राम क्यों कर रहे हैं! शिवराज ने कहा कि ‘अपने लोगों के यहां तो वह बार-बार आएंगे। यह सरकार हटने वाली नहीं गले लगाने वाली सरकार है।’

शिवराज पृथ्वीपुर में शुक्रवार को चुनावी दौरे में थे और उन्होंने इस दौरान कई जनसभाओं को संबोधित किया। उन्होंने कमलनाथ पर तंज कसते हुए कहा कि वे तो किसानों के बीमा की राशि तक खा गए लेकिन मुख्यमंत्री बनने के तुरंत बाद शिवराज सरकार ने 3100 करोड़ रूपये किसानों के खाते में फसल बीमा योजना के जमा किए। कमलनाथ की कांग्रेस सरकार को आड़े हाथों लेते हुए शिवराज ने कहा कि आंगनबाड़ियों में मिलने वाले मध्यान्ह भोजन और पोषण आहार की व्यवस्था तक ठेकेदारों के हवाले थी जिसे अब शिवराज सरकार स्व सहायता समूह की बहनों के हवाले करने जा रही है। शिवराज ने यह भी कहा कि उनका लक्ष्य है कि हर महिला, जो स्व सहायता समूह से जुड़ी हुई है, कम से कम 10000 रूपये महीने की आमदनी कर सकें। कमलनाथ सरकार पर हमला बोलते हुए उन्होने कहा कि चाहे संबल योजना हो या गरीबों के कफन का मामला, कमलनाथ और कांग्रेस सरकार ने गरीबों का शोषण करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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